हर घर नल योजना का पीएम मोदी ने रिमोट से किया शुभारंभ…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इंफाल से इस कार्यक्रम में मणिपुर की गर्वनर नजमा हेपतुल्ला, मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह और उनके कैबिनेट के अन्य सदस्य, सांसद और विधायक ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा,’नॉर्थ ईस्ट में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता है। दिनों-दिन मेरा ये विश्वास इसलिए गहरा हो रहा है क्योंकि अब पूरे नॉर्थ ईस्ट में शांति की स्थापना हो रही है।
त्रिपुरा और मिज़ोरम में भी युवाओं ने हिंसा के रास्ते का त्याग किया है। अब ब्रू-रियांग शरणार्थी एक बेहतर जीवन की ओर बढ़ रहे हैं। एक तरफ जहां मणिपुर में ब्लॉकेड इतिहास का हिस्सा बन चुके हैं, वहीं असम में दशकों से चला आ रहा हिंसा का दौर थम गया है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ पैसा कम हो सकता है, ज्यादा हो सकता है लेकिन Ease of Living पर सबका हक है, हर गरीब का हक है। इसलिए बीते 6 वर्षों में भारत में Ease of Living का भी एक बहुत बड़ा आंदोलन चल रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, स्टार्ट अप और दूसरी अन्य ट्रेनिंग के लिए अब यहीं पर अनेक संस्थान बन रहे हैं। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और वर्ल्ड क्लास स्टेडियम्स बनने से मणिपुर देश के स्पोर्ट्स टैलेंट को निखारने के लिए एक बड़ा हब बनता जा रहा है।’
उन्होंने बताया, ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मणिपुर के करीब 25 लाख गरीब भाई-बहनों को मुफ्त अनाज मिला है। इसी तरह डेढ़ लाख से अधिक बहनों को उज्जवला योजना के तहत मुफ्त गैस सिलेंडर की सुविधा दी गई है। आज इंफाल सहित मणिपुर के लाखों साथियों के लिए, विशेषतौर पर हमारी बहनों के लिए बहुत बड़ा दिन है। लगभग 3 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से पूरे होने वाले मणिपुर वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट से यहां के लोगों को पानी की दिक्कतें कम होनी वाली हैं। ‘
मिशन मोड में हो रहा काम
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘आज LPG गैस गरीब से गरीब के किचन तक पहुंच चुकी है। हर गांव को अच्छी सड़क से जोड़ा जा रहा है। हर गरीब बेघर को रहने के लिए अच्छे घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एक बड़ी कमी रहती थी साफ पानी की, तो उसको पूरा करने के लिए भी मिशन मोड पर काम चल रहा है। बीते 6 साल में हर स्तर पर, हर क्षेत्र में वो कदम उठाए गए हैं, जो गरीब को, सामान्य जन को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकें। आज मणिपुर सहित पूरा भारत खुले में शौच से मुक्त है।’
नॉर्थ ईस्ट में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘ आज का यह कार्यक्रम, इस बात का उदाहरण है कि कोरोना के इस संकट काल में भी देश रुका नहीं है, देश थमा नहीं है। जब तक वैक्सीन नहीं आती, जहां कोरोना के खिलाफ हमें मजबूती से लड़ते रहना है। इस बार तो पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत को एक तरह से दोहरी चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है। नार्थ ईस्ट में फिर इस साल भारी बारिश से बहुत नुकसान हो रहा है। अनेक लोगों की मृत्यु हुई है, अनेक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,’ रोडवेज, हाइवे, एयरवेज, वाटरवेज ओर आइवेज (i-ways) के साथ-साथ गैस पाइपलाइन का भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर नॉर्थ ईस्ट में बिछाया जा रहा है। बीते 6 साल में पूरे नॉर्थ ईस्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हजारों करोड़ रुप का निवेश किया गया है।’
महामारी को काबू में करने में जुटी राज्य सरकार
उन्होंने कहा, ‘मणिपुर में कोरोना संक्रमण की गति और दायरे को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार दिन रात जुटी हुई है। लॉकडाउन के दौरान मणिपुर के लोगों के लिए ज़रूरी इंतज़ाम हों, या फिर उनको वापस लाने के लिए विशेष प्रबंध, राज्य सरकार ने हर जरूरी कदम उठाए हैं।’
मणिपुर वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट के जरिए वर्ष 2024 तक राज्य के हर घर में जल पहुंचाने का लक्ष्य है। प्रोजेक्ट की लागत लगभग 3 हजार करोड़ रुपये है। इस परियोजना के जरिए मणिपुर के 1लाख 42 हजार 7 सौ 49 घरों में घरेलू नल कनेक्शन में जलापूर्ति होगी। केंद्र ने जल जीवन मिशन के तहत मणिपुर को फंड मुहैया कराई है। उल्लेखनीय है कि इस प्रोजेक्ट में आने वाले खर्च का एक हिस्सा न्यू डेवलपमेंट बैंक से कर्ज के तौर पर लिया गया है।
केंद्र सरकार ने मणिपुर को दिया है फंड
मणिपुर का यह प्रोजेक्ट वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को सुरक्षित और पर्याप्त मात्रा में पेयजल मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार के ‘जल जीवन मिशन’ का हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार ने मणिपुर को फंड दिया है जिससे 1 लाख 42 हजार 7 सौ 49 घरों व 1 हजार 1 सौ 85 बस्तियों के लिए घरेलू नल कनेक्शन में वाटर सप्लाई आसानी से हो सके।