परिवार का जो भी सामने आया तलवार से काट डाला, जमीन पर बिछा दी कई लाशें
मध्य प्रदेश से एक खौफनाक वारदात का मामला सामने आया है. यहां एक ही परिवार के 6 लोगों की तलवार से काट कर निर्मम हत्या कर दी गई. हत्यारों के सामने परिवार का जो भी सदस्य आया, उसे तलवार से काट डाला गया. इस वारदात से गुस्साए गांव वालों ने दो में से एक आरोपी की लाठी-डंडों से पिटाई की जिसकी बाद में मौत हो गई.
मंडला जिले के बीजाडांडी थाना क्षेत्र की मनेरी चौकी में 6 लोगों की सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है. सोनी परिवार के ही दो परिवारों के बीच संपत्ति विवाद को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया गया है.
एक परिवार के दो लोगों ने दूसरे परिवार पर धारदार हथियार से वारदात को अंजाम देकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. मृतक राजेंद्र सोनी भाजपा का वरिष्ठ नेता बताया जा रहा है. इस हत्याकांड में उनके ही परिवार के 6 सदस्यों की हत्या कर दी.
जिन लोगों की हत्या हुई है, उसमें दो बच्चे भी शामिल हैं. दो आरोपियों में से एक की ग्रामीणों द्वारा पीट कर हत्या भी कर दी गई.
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सोनी परिवार के दो भाइयों के परिवारों के बीच पैतृक संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. इसी विवाद के चलते एक भाई के परिवार के दो लोगों ने दूसरे परिवार के सदस्यों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया.
मृतक राजेंद्र सोनी जो कि भाजपा के वरिष्ठ नेता बताए जा रहे हैं, वे गल्ले का व्यापार करते थे. दुकान में ही आरोपियों ने उन पर हमला किया जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. साथ ही उनके उनके परिवार के 5 सदस्यों की हत्या कर दी गई. इसमें सात और दस वर्ष के बच्चे भी शामिल हैं.
मृतकों में राजेंद्र सोनी (58), उनका भाई विनोद सोनी (45) साल, उनका भतीजा ओम सोनी (9), भतीजी प्रियांशी सोनी (7), बेटी प्रिया सोनी (28) और उनके समधी दिनेश सोनी (50) शामिल हैं. इस हत्याकांड के आरोपियों में संतोष सोनी (35) की मौत हो गई तो वहीं एक अन्य आरोपी हरि सोनी पुलिस गिरफ्त में है.
हत्या का आरोप उनके ही रिश्तेदार संतोष सोनी व हरी सोनी पर है. इस घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में दहशत और तनाव का माहौल है. जिले के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित मनेरी ग्राम में पुलिस चौकी तो स्थित है लेकिन स्टाफ काफी सीमित है. अन्य थानों से पुलिस बल पहुंचने में देर होने से स्थानीय लोग आक्रोशित नज़र आए. पुलिस के पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने आरोपियों को पकड़ने दबाव बनाया और एक आरोपी के साथ मारपीट भी की.
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के वक्त चौकी में स्टाफ कम था लेकिन अन्य थानों से पुलिस बल पहुंचने के बाद एक आरोपी को भागते वक्त पैर में गोली मार कर गिरफ्तार किया गया.