जानें क्यों कहा विकास ने उज्जैन में,मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला…

कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के जिम्मेदार कुख्यात विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया है। इस दौरान विकास दुबे को जब पुलिस मंदिर से बाहर लाई तो वह सड़क पर चिल्लाकर बोला कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला। इस दौरान उसको पकड़े खड़े पुलिस वाले ने एक थप्पड़ भी मारा।

जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार विकास दुबे को ये डर सता रहा है कि उसके गैंग के साथियों की तरह कहीं उसका भी खात्मा न हो जाए। इसीलिए शातिर अपराधी ने खुद को बचाने के लिए लोगों के सामने चिल्ला कर अपनी पहचान बताई कि वह विकास दुबे है।

बता दें कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद से पुलिस विकास को उत्तर प्रदेश से जुड़े सभी प्रदेशों में ढूंढ रही थी।

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था। कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही वर्ष 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास दुबे पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है।

वर्ष 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी है। 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था। कोई गवाह न मिलने के कारण केस से बरी हो गया।  

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