यूपी सरकार को जल्द सौंपा जाएगा विकास दुबे, शिवराज ने किया CM योगी को फ़ोन…
कानपुर शूटआउट के मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की है. जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश पुलिस विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप देगी.मध्य प्रदेश सीएम ने सीएम योगी से बातचीत की जानकारी सार्वजनिक करते हुए कहा कि मैंने यूपी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से बात कर ली है. शीघ्र आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अभी तक की जानकारी के मुताबिक विकास दुबे ने खुद ही पुलिस के सामने सरेंडर किया है. जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
गिरफ्तारी से पहले विकास दुबे महाकाल मंदिर के सामने खड़ा था. जैसे ही वहां स्थानीय मीडिया पहुंची तो उसने चिल्लाया कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला. इसके बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. उसे तुरंत गिरफ्तार कर महाकाल थाने ले जाया गया.
बताया जा रहा है कि विकास दुबे बुधवार को ही मध्यप्रदेश की सीमा में दाखिल हो गया था, क्योंकि हरियाणा के रास्ते उज्जैन पहुंचने में कम से कम 12 घंटे का समय लगता है. हालांकि एक जानकारी ये भी मिली है कि वो राजस्थान में ही था और वहां से वो उज्जैन पहुंचा है.
इससे पहले बुधवार को विकास दुबे के हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक होटल में छिपे होने की जानकारी सामने आई थी. जिसके बाद हरियाणा के पड़ोसी राज्य राजस्थान में भी विकास दुबे की तलाश तेज कर दी गई थी. राजस्थान के विभिन्न जिलों में बैरिकेड और चेकपोस्ट भी बनाए गए. इसके अलावा दौसा और अलवर में पुलिस चेकिंग भी की गई. लेकिन विकास किसी के हाथ नहीं लगा.
पुलिस टीम पर हमला वाले दिन गांव मे ही था विकास
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर के बिकरु गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला करने और 8 पुलिस वालों की हत्या करने के बाद विकास दुबे ने मौका-ए-वारदात से महज 2 से 3 किलोमीटर दूर शिवली गांव में अपने दोस्त के घर में शरण ले रखी थी.
यानी यूपी पुलिस जिस विकास दुबे को हत्याकांड के बाद पूरे यूपी में तलाश रही थी वो वारदात वाली जगह से महज 2 से 3 किलोमीटर दूर शिवली गांव में 2 दिन तक छुपा रहा. लेकिन हद तो यह थी कि पुलिस को इस बात की खबर तक नहीं लगी.