कोरोना संकट के बीच इस बैंक ने ग्राहकों को दिया बड़ा तोहफा…
कोरोना संकट काल में देश के अधिकतर बैंकों ने ग्राहकों को लोन बांटने के लिए तरह-तरह के उपाय किए हैं. इसके लिए केंद्रीय रिजर्व बैंक की ओर से बैंकों को प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है. यही वजह है कि रिजर्व बैंक ने लॉकडाउन में दो बार रेपो रेट में कटौती की है.
वर्तमान में रेपो रेट 4 फीसदी पर है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है. इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों से इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने को कहा है. इस वजह से अधिकतर बैंक लोन पर सीमांत लागत आधारित ऋण ब्याज दर (एमसीएलआर) में कटौती भी कर रहे हैं.
इसी के तहत पब्लिक सेक्टर के बैंक ऑफ इंडिया ने सभी अवधि के लोन पर एमसीएलआर को 0.25 प्रतिशत घटा दिया है. इससे होम लोन, ऑटो लोन और सभी प्रकार का एमएसएमई लोन लेना सस्ता हो जाएगा. नई ब्याज दरें एक जून 2020 यानी अगले सोमवार से प्रभावी होंगी.
बैंक ऑफ इंडिया ने बताया कि इसके बाद उसके एक साल की अवधि के लोन पर सालाना ब्याज दर घटकर 7.70 प्रतिशत रह जाएगी. अभी यह 7.95 प्रतिशत है.
इसी तरह छह महीने की अवधि वाले लोन की ब्याज दर 7.60 प्रतिशत और मासिक लोन की ब्याज दर 7.50 प्रतिशत होगी. बैंक ने कहा कि उसने रिजर्व बैंक के रेपो दर से जुड़े ऋणों की ब्याज दर भी 0.40 प्रतिशत घटाकर 6.85 प्रतिशत कर दी है.
बैंक ऑफ इंडिया ने ये फैसला ऐसे समय में लिया है जब आरबीआई ने 5 करोड़ का जुर्माना लगाया है. बीते दिनों रिजर्व बैंक ने एक बयान जारी कर बताया कि बैंक ऑफ इंडिया ने केंद्रीय बैंक के निर्देशों के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं किया है.
इस वजह से बैंक ऑफ इंडिया पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. जिन नियमों का उल्लंघन हुआ है वो आय मान्यता, संपत्ति वर्गीकरण और अग्रिम से संबंधित प्रावधान के तहत आते हैं. इस बारे में बैंक को नोटिस दिया था.नोटिस पर बैंक के जवाब और व्यक्तिगत सुनवाई के बाद बैंक पर जुर्माना लगाने का फैसला किया गया है.