विनाशकारी: कोरोना से हुई 100 मौतों वाले शहर में इंदौर देश में तीसरे स्थान पर आ गया
कोरोना संक्रमण काल शहर को राहत और चिंता दोनों ही अनुभव एक साथ करवा रहा है। शनिवार देर रात आई रिपोर्ट के अनुसार 92 नए संक्रमित मरीज मिले।
इन्हें मिलाकर पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2470 हो गई, वहीं 46 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत के साथ इंदौर में मौत का आंकड़ा सौ हो गया है।
कोरोना से हुई सौ मौतों वाले शहर में इंदौर देश में तीसरे स्थान पर है। मुंबई और पुणे में यह आंकड़ा पहले ही पहुंच चुका है।
शनिवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब और प्राइवेट लैब में 2182 सैंपल जांचे गए। यह अब तक जांचे गए सैंपलों में सबसे ज्यादा हैं। इनमें से 92 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
राहत की बात यह है कि संक्रमण दर फिर घटकर 4 प्रतिशत हो गई है। शनिवार को पंचम की फैल निवासी जिस मरीज की मौत हुई, वह डायबिटीज और किडनी की बीमारी से ग्रस्त था।
सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि अब तक 22827 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांचे गए हैं। शनिवार को 24 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।
1119 मरीज उपचार के बाद वह स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वहीं 1251 मरीजों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है।
मप्र बास्केटबॉल के स्तंभ और नेशनल बास्केटबॉल एकेडमी (एनबीए) के सचिव भूपेंद्र बंडी का शनिवार को कोरोना महामारी के कारण निधन हो गया।
वे 72 साल के थे। कोरोना के कारण प्रदेश के खेल जगत में संभवतः यह पहली बड़ी क्षति है। राजमोहल्ला निवासी बंडी को 12 मई को कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर भतीजे अनूप बंडी शैल्बी अस्पताल ले गए थे।
वहां उनकी जांच की गई। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से 14 मई को उन्हें चोइथराम अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां शनिवार को उनका निधन हो गया।
इंदौर में बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स बनाने में उनका अहम योगदान रहा। बतौर खिलाड़ी और प्रशासक वह 53 वर्षों तक खेल से जुड़े रहे। मप्र बास्केटबॉल एसोसिएशन और एनबीए के बीच 12 साल से चले आ रहे विवाद को सुलझाने में उनकी अहम भूमिका रही।