शशिकला ने विधायकों से कहा कि उनकी कोई ‘राजनीतिक महात्वाकांक्षा’ नहीं है।

एआईएडीएमके जनरल सेक्रटरी वी.के.शशिकला ने महाबलिपुरम के नजदीक गोल्डन बे बीच रिजॉर्ट में ठहरे हुए विधायकों से कहा कि उनकी कोई ‘राजनीतिक महात्वाकांक्षा’ नहीं है। यह दावा मीटिंग में मौजूद विधायक जयंती पद्मनाभन ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में किया। इधर, शशिकला ने रविवार को मीडिया से बातचीत में 10 सांसदों के कार्यवाहक CM पन्नीरसेल्वम के तरफ चले जाने पर कहा कि उन्हें लोकतंत्र में पूरा भरोसा है।शशिकला ने विधायकों से कहा कि उनकी कोई 'राजनीतिक महात्वाकांक्षा' नहीं है। जयंती ने शशिकला के हवाले से कहा, ‘मैंने (शशिकला) अम्मा के साथ रहने का फैसला किया था और 29 साल की उम्र से उनके साथ थी, मैंने पति और परिवार को छोड़ दिया था। अब, मैं 62 साल की हो चुकी हूं और मेरी कोई राजनीतिक महात्वाकांक्षा नहीं है। मैं तीसरी सबसे बड़ी पार्टी एआईएडीएमके को आगे बढ़ाना चाहती हूं। इसे अम्मा (जयललिता) ने यहां तक पहुंचाया है। मैं नहीं चाहती कि मेरे रहते यह आंदोलन अपनी चमक खो दे।’

बता दें कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के समर्थन से जहां पन्नीरसेल्वम की स्थिति मजबूत हुई है, वहीं शशिकला ने शनिवार शाम रिजॉर्ट में विधायकों से मुलाकात कर रणनीति पर चर्चा की। विधायक जयंती ने बताया कि शशिकला ने विधायकों से कहा कि राज्य की जनता ने पार्टी को जनादेश दिया है और पार्टी विधायकों का कर्तव्य है कि वे लोगों की सेवा करें। उन्होंने कहा, ‘शशिकला ने विधायकों से अपील की कि इस कठिन वक्त में सभी एकजुट रहें।’

जयंती ने दावा किया कि किसी विधायक को बंधक नहीं बनाया गया है और सभी अपनी इच्छा से रिजॉर्ट में रह रहे हैं। जयंती ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि पार्टी अम्मा की विरासत को आगे ले जाए। हमने सर्वसम्मति से राज्यपाल की प्रतिक्रिया का इंतजार करने का फैसला किया है।’

इधर, शशिकला ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि उनका कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है और महिलाओं का राजनीति में आना बेहद कठिन है। उन्होंने कहा, ‘राजनीति में महिलाओं का आना बेहद कठिन है, मेरा कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है, अनुभव अब शुरू हुआ है। अम्मा के साथ भी पहले ऐसा ही था।’

वहीं, वरिष्ठ नेताओं और कुछ सांसदों के पन्नीरसेल्वम के पक्ष में चले जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमें लोकतंत्र में भरोसा है और सभी विधायक हमारे साथ हैं, हम उनसे बात करेंगे। आपको भी पता है कि सांसद क्यों दूसरी तरफ जा रहे हैं।’

Back to top button