ट्रंप की चेतावनी को दरकिनार कर उत्तर कोरिया ने किया, मिसाइल टेस्ट
ट्रंप के शासन में पहला परीक्षण
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता पर काबिज होने के बाद यह पहला मौका है कि जब उत्तर कोरिया ने इस तरह का कोई परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया का यह छठा परीक्षण था। पिछले वर्ष उसने पांच परीक्षण किए थे। उत्तर कोरिया के इस परीक्षण से खफा जापान ने कड़े शब्दों में इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि इसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
ट्रंप को चुनौती
माना जा रहा है कि नॉर्थ कोरिया ने यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को चुनौती देने के लिए उठाया है।
गाैरतलब है कि उत्तरी कोरिया इससे पहले भी इस तरह के परीक्षण कर चुका है। दक्षिण कोरिया का कहना है कि उसके इस रवैये से क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इससे पहले कहा था कि उनका देश लंबी की दूरी के मिसाइल परीक्षण करने के करीब है। हालांकि फिलहाल इस मिसाइल को लेकर अन्य कोई जानकारी नहीं है।
रक्षा के लिए प्रतिबद्ध
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने दक्षिण कोरिया के दौरे पर कहा था कि यदि उत्तर कोरिया ने परमाणु हमले का दुस्साहस किया तो उसे इसका खामियाजा भुगतना होगा। उन्होंने साफ कर दिया था कि वह ऐसे में वहां पर परमाणु हमला करने से भी नहीं चूकेगा। इसके अलावा ट्रंप ने भी जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे को आश्वस्त किया था कि वह अपने एशियाई सहयोगियों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।