कोरोना का कहर : कई दुकानों में राशन खत्म, लोग हो रहे परेशान

लखनऊ : कोरोना वायरस के बाद हुए लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है। आवागमन के साधन बंद होने से दुकानों पर जरूरी सामान भी नहीं पहुंच पा रहा है। लखनऊ के न सिर्फ पॉश इलाकों, बल्कि छोटे इलाकों में भी कई दुकानों में राशन पूरी तरह से खत्म हो चुका है। इससे दुकानदारों ने शटर गिरा दिए हैं। कुछ दुकानों में सामान है, लेकिन वह सीमित मात्रा में है। दुकानदारों का कहना है कि थोक की दुकान से सामान नहीं ला पा रहे हैं।
हालांकि दूध तो मिल रहा है, लेकिन इसके लिए अतिरिक्त कीमत चुकानी पड़ रही है। गलियों में सब्जी बेचने आ रहे ठेले वाले मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। आलू 40 रुपये तथा टमाटर 60 रुपये तक पहुंच चुका है। लॉकडाउन से पहले इनकी कीमत 20 और 30 रुपये किलो थी। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि प्रशासन मंडी वालों पर सख्ती करें, तभी दाम पर कंट्रोल किया जा सकता है।
नवरात्र व्रती परेशान : पुराने लखनऊ में राशन की कई दुकानों पर आटा सहित अन्य जरूरी सामान खत्म हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि वे थोक दुकानदारों से सामान नहीं ला पा रहे हैं। इसलिए ग्राहकों को उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। दूध आ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी तो नवरात्र में व्रत रखने वालों को हो रही है। उन्हें कुछ भी खाने को नहीं मिल रहा है। ना फल हैं ना ही सिंघाड़े का आटा। नवरात्र के दौरान बिकने वाले वस्तुओं साबूदाना, मिश्री, मेवा आदि का स्टॉक भी खत्म हो गया है।
ब्रेड-मैगी भी गायब : अब तो ब्रेड और मैगी की भी समस्या हो गई है। यह संकट लेबर और कच्चे माल के अभाव में उत्पन्न हुआ है। दरअसल, ब्रेड बनाने के लिए मैदा सहित कई अन्य वस्तुओं की जरूरत पड़ती है। लेकिन लॉकडाउन के कारण यह वस्तुएं आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है। कारखाने में काम करने वाले लेबर भी घर चले गए हैं। इससे प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है।

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