बड़ी खबर: एक अफवाह ने देश के इस बड़े बैंक का डूबा दिया 11 हजार करोड़, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

बीते दिनों येस बैंक पर आरबीआई की पाबंदी के बाद देश के अलग-अलग बैंकों के ग्राहक और निवेशकों की टेंशन बढ़ गई है. दरअसल, ग्राहक अपने सेविंग्स और डिपॉजिट को लेकर सवाल कर रहे हैं तो वहीं निवेशक निवेश को लेकर चिंतित हैं.

हालांकि, बैंकों की ओर से बार—बार ग्राहकों का भरोसा बढ़ाने की कोशिश भी हो रही है.लेकिन इसके बावजूद अफवाहों का बाजार गर्म है. कुछ ऐसी ही अफवाह की कीमत बुधवार को इंडसइंड बैंक ने चुकाई है.

ऐसी अफवाह उड़ी कि इंडसइंड बैंक की फाइनेंशियल कंडीशन यानी आर्थिक सेहत ठीक नहीं है. इस खबर की वजह से बुधवार को कारोबार के दौरान इंडसइंड बैंक के शेयर में 33 फीसदी तक की गिरावट आ गई. बैंक का शेयर सुबह में 600 रुपये के पार था लेकिन दोपहर 1 बजे यह 450 रुपये के भाव से भी नीचे आ गया. इस दौरान बैंक का मार्केट कैपिटल घटकर 30 हजार करोड़ के नीचे आ गया.

यहां बता दें कि एक दिन पहले मंगलवार को इंडसइंड बैंक का मार्केट कैप 41 हजार करोड़ था.इस हालात को देखते हुए इंडसइंड बैंक की ओर से सफाई भी दी गई. बैंक ने शेयरहोल्डर्स को बताया कि अफवाहों पर ध्यान न दें और हमारी आर्थिक स्थिति बिल्कुल ठीक है. बैंक ने कहा कि उसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) पिछली तिमाही अक्टूबर से दिसंबर के बीच, 2.18 फीसदी थी. हम उम्मीद करते हैं कि वर्तमान तिमाही सकल एनपीए पिछली तिमाही की तुलना में बहुत अधिक है.

बता दें कि इससे पहले कई बड़े बैंकों ने अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को लेकर सफाई दी है. इनमें कर्नाटका बैंक, आरबीएल बैंक, करूर वैश्य बैंक शामिल हैं. इन बैंकों ने अपने खाताधारकों को निश्चिंत करते हुए कहा है कि बैंक में पैसे सुरक्षित हैं. इस बीच, भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. बीते दो कारोबारी दिन में सेंसेक्स 3500 अंक लुढ़का है.

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