कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की जान बचाने के लिए डॉक्टर ने दे दी जान

कोरोनावायरस से अब तक पूरी दुनिया में 28,262 लोग बीमार हो चुके हैं. जबकि इसमें से 28,018 संक्रमित लोग सिर्फ चीन में ही हैं. कोरोनावायरस से अब तक 565 लोगों की मौत हो चुकी है. अब इसका कहर उनपर भी पड़ रहा है जो कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों के इलाज में लगे हैं. इस वायरस की वजह से पहले डॉक्टर की मौत हुई है.
डॉक्टर सॉन्ग यिंगजी पिछले 10 दिनों से लगातार बिना आराम किए चीन के हुनान प्रांत के हेंगयांग इलाके में तैनात थे. उनका काम था सड़क पर आते-जाते लोगों का तापमान मापना. लगातार काम करने की वजह से सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई.
27 वर्षीय डॉ. सॉन्ग यिंगजी 25 जनवरी से भयानक ठंड में हुनान प्रांत के स्थानीय क्लीनिक में तैनात किए गए थे. उनके पास डॉक्टरों की एक टीम थी. जिसके वो लीडर थे. उन्हें हाइवे पर आने-जाने वाले ड्राइवरों और यात्रियों का तापमान मापने का काम दिया गया था.
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इतनी भयानक ठंड में जब हुनान प्रांत का तापमान दिन में 8 डिग्री और रात में 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा जा रहा है, उसमें डॉ. सॉन्ग यिंगजी और उनकी टीम हाइवे पर लोगों में कोरोनावायरस के संक्रमण की जांच कर रहे थे.
डॉ. सॉन्ग यिंगजी जिस क्लीनिक पर तैनात थे. अब वहां मातम का माहौल है. डॉ. सॉन्ग यिंगजी की बड़ी बहन भी डॉक्टर हैं और वो वुहान में मरीजों के इलाज में लगी है. उन्हें दुख इस बात का है कि वो अपने भाई का अंतिम संस्कार भी नहीं कर सकतीं. क्योंकि, वुहान से किसी को बाहर आने-जाने की अनुमति नहीं है.
डॉ. सॉन्ग यिंगजी के पिता ने कहा कि मेरी बेटी वुहान में फंसी है. वो आ नहीं सकती. मेरा बेटा मुझे छोड़कर चला गया. अब इससे ज्यादा दुख और क्या देखने को मिलेगा? ऐसा लग रहा है कि दुनिया की सारी आपदा मेरे ऊपर ही आ गई है.