बैक्टीरियल इंफेक्शन
यदि कोई महिला शादी से पहले या शादी के बाद जननांगों या यौन रोगों से पीड़ित रही हो तो शारीरिक संबंध बनाने के बाद उसकी योनि से वीर्य बाहर निकल सकते हैं। इसका कारण यह है कि जननांगों में संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया यौन रोग ठीक हो जाने के बाद भी योनि के अंदर एंटीबॉडीज के रूप में मौजूद रहते हैं और संभोग के बाद ये पुरुष के शुक्राणु की कोशिकाओं पर हमला करते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं जिसके कारण वीर्य योनि से बाहर निकलने लगता है।
खुलासा: अगर आपने अभी तक नहीं किया है सेक्स तो इस खबर को पढ़कर उड़ जायेंगे होश और फिर…
खानपान भी हो सकता है कारण
भोजन में ग्लूकोज की अधिक मात्रा लेने से महिला का सर्वाइकल म्यूकस मोटा हो जाता है जिसके कारण संभोग करने के बाद योनि से वीर्य बाहर निकलने लगता है। वास्तव में अत्यधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले भोज्य पदार्थ योनि की अम्लीय पीएच (acidic pH) स्तर को बढ़ा देते हैं जिसके कारण योनि से निकलने वाला सर्वाइकल तरल पदार्थ गाढ़ा हो जाता है जबकि शुक्राणुओं को योनि में टिकने के लिए क्षारीय वातावरण की आवश्यकता होती है। उचित वातावरण न मिलने के कारण सेक्स के बाद वीर्य योनि से बाहर निकल आता है।
झुके हुए गर्भ के कारण
झुके हुए या विकृत गर्भाशय वाली महिलाओं को संभोग करने के बाद योनि से वीर्य बाहर निकलने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसका कारण यह है कि एक सामान्य गर्भाशय एक स्वस्थ और बेहतर शारीरिक पोजीशन में होता है और गर्भाशय में शुक्राणु की गति के लिए अधिक अनुकूल होता है। जबकि पीछे की ओर झुका हुआ गर्भाशय पुरुष के वीर्य को अंदर जाने से रोकता है जिसके कारण शारीरिक संबंध बनाने के कुछ ही देर बाद वीर्य योनि से बाहर निकल आता है।
कृत्रिम चिकना पदार्थ लगाने की वजह से
ज्यादार लोग संभोग के दौरान अपने लिंग को आसानी से महिला की योनि में प्रवेश कराने के लिए कृत्रिम चिकने पदार्थ (Artificial Lubricant) का इस्तेमाल करते हैं। वास्तव में ये चिकने पदार्थ योनि की कैनाल (vaginal canal) में जाकर जम जाते हैं जिसके कारण शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पुरुष का स्पर्म महिला की योनि में अंदर तक प्रवेश नहीं कर पाता है या फिर बहुत धीमी गति से अंदर जाता है। इसके कारण सेक्स के तुरंत बाद सारा वीर्य योनि से बाहर निकल जाता है।
इन तरीकों को अपना कर बच सकती हैं इस समस्या से
ठीक तरह से हो पेनिट्रेशन
गर्भाशय में शुक्राणुओं के प्रवाह को बढ़ाने के लिए पुरुष को अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स करते समय लिंग से तेज स्ट्रोक लगाना चाहिए ताकि लिंग योनि में काफी गहराई तक प्रवेश कर सके। यह क्रिया विशेषरूप से तब करनी चाहिए जब यौन उत्तेजना चरमोत्कर्ष पर हो या फिर ऑर्गेज्म का अनुभव होने वाला हो। यदि संभोग के दौरान शुक्राणु को सीधे गर्भ के प्रवेश द्वार के आसपास रणनीतिक रूप से स्खलित किया जाए तो निषेचन की संभावना बढ़ जाती है और वीर्य योनि से बाहर नहीं निकल पाता है।
अपनाएं सही सेक्स पोजीशन
आमतौर पर प्रत्येक महिला को अपने गर्भाशय के बारे में उचित जानकारी रखनी चाहिए। अगर किसी महिला का गर्भाशय झुका हुआ (retroverted uterus) हो तो उसे रियर पोजीशन (rear position) यानि अपने नितंबों को ऊपर उठाकर या डॉगी स्टाइल (doggy style) में सेक्स करना चाहिए। इससे पुरुष का शुक्राणु योनि के काफी अंदर पहुंच जाता है और सेक्स करने के बाद योनि से बाहर नहीं गिरता है जिससे कि गर्भधारण करने की संभावना बढ़ जाती है।
ऑर्गेज्म है बहुत जरूरी
सेक्स करने के बाद योनि से वीर्य बाहर न निकले, इससे बचने के लिए संभोग करते समय महिला को ऑर्गेज्म का सुख मिलना बेहद जरूरी है। वास्तव में ऑर्गेज्म के दौरान महिलाओं की पेल्विक मांसपेशियों (pelvic muscles) में ऐंठन होती है जो शुक्राणु को गर्भ में खींचने में मदद करती हैं। इसके अलावा ऑर्गेज्म तक पहुंचने के बाद गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है चाहे भले ही वीर्य योनि से बाहर निकल जाए, क्योंकि आवश्यकतानुसार वीर्य पहले ही योनि के अंदर पहुंच चुका होता है।
सेक्स टाइमिंग का ध्यान रखें
आमतौर पर पुरुषों के लिंग में सुबह के समय सबसे ज्यादा उत्तेजना होती है इसलिए इस समय स्पर्म काफी मजबूत होते है। योनि से वीर्य बाहर न निकले, इससे बचने के लिए सुबह संभोग करते समय महिला को अपनी कमर के नीचे एक तकिया लगाना चाहिए और संभोग के बाद यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पर्याप्त स्पर्म योनि में गिरा है या नहीं। सेक्स के बाद महिला को 20 से 30 मिनट तक उसी अवस्था में बिस्तर पर लेटे रहना चाहिए और बाथरूम जाकर योनि को धोना या पेशाब नहीं करना चाहिए।