आइशी घोष ने दिया विवादित बयान, धारा 370 हटाने को बताया संविधान से छेड़छाड़
नई दिल्ली। जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि कश्मीर को अलग करते हुए हम आंदोलन नहीं जीत सकते। आइशी घोष ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जो लड़ाई चल रही है उसमें हम कश्मीर को पीछे नहीं छोड़ सकते। कश्मीर से ही संविधान में छेड़छाड़ शुरू हुई है।
आइशी घोष ने ये बातें कश्मीर के संदर्भ में कही हैं। उनका इशारा जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 हटाने की ओर था। कश्मीर के लिए बने इस अनुच्छेद के तहत जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा का लाभ मिलता था, जिसे केंद्र ने 5 अगस्त 2019 को समाप्त कर दिया। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने जम्मू और कश्मीर के पूर्ण राज्य के दर्जे को भी खत्म कर दिया था और जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था। केंद्र ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर विभाजित भी कर दिया है।
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केंद्र सरकार ने इस फैसले से पहले कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी, साथ ही घाटी में कुछ पाबंदियां भी लगाई थीं। जम्मू और कश्मीर में इंटरनेट, मोबाइल फोन, लैंडलाइन सेवाओं पर पाबंदी लगाई गई थी जिसके बाद अब हालात सामान्य होने की वजह से इन सेवाओं को बहाल किया जा रहा है।
जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष 5 जनवरी को कैंपस में नकाबपोशों के हमले के बाद से ही चर्चा में हैं। इस दिन कैंपस में नकाबपोश छात्र घुस आए थे और छात्रों को निशाना बनाया था। इसमें आइशी घोष भी घायल हो गई थीं।