UP: हिंसको की तस्वीरें जारी, पहचानते ही यहां सूचना दें, मिलेगा इनाम

जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को गोरखपुर में हुए हिंसक प्रदर्शन के गुनहगारों की पहचान हो गई है। उपद्रवियों/पथराव करने वालों में शामिल लोगों की तस्वीरें जारी की गई हैं। सभी लोग इन्हें पहचानें और इन व्यक्तियों की सूचना पुलिस को निम्न नम्बरों ( Sho कोतवाली 9454403517, Co कोतवाली 9454401411, Sp City 9454401054) पर दें, सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पता गोपनीय रखा जायेगा एवं उचित इनाम दिया जायेगा।पुलिस ने मामले में अब तक 22 लोगों को पकड़ा गया है। इस बात की पुष्टि खुद एसएसपी सुनील गुप्ता ने की है। गौरतलब है कि बीते दिन गोरखपुर में हिंसक प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्त पथराव किया और पीएसी के एडिशनल एसपी की गाड़ी का शीशा तोड़ डाला। दुकान, वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पथराव में दो पुलिस कर्मियों से पांच लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इससे अफरातफरी मच गई।

नाबालिग कर रहे थे उपद्रव की अगुवाई, परिजन चिंतित
प्रदर्शन और पथराव की अगुवाई में अधिकांश नाबालिग ही थे। वे पत्थर चलाने से लेकर नारेबाजी और काली पट्टी बांधने में सक्रिय दिखे। जबकि उनके परिजन परेशान रहे। वे फोन कर अपने बच्चों की लोकेशन जानते रहे और उन्हें घर बुलाते रहे। लेकिन नाबालिगों ने परिजनों की एक नहीं सुनी। ऐसा लगा कि उन्हें किसी ने बरगलाया है, जिसके चलते उनके सिर पर विरोध प्रदर्शन का जुनून सवार था।
पहले से ही थी तैयारी
जुमे की नमाज के बाद विरोध-प्रदर्शन की तैयारी पहले से ही थी, इसलिए शाहमारूफ सहित तमाम मोहल्लों में दुकानें बंद कर लोग नमाज के लिए पहुंचे। वहां सुबह से ही कुछ युवक तिरंगा लेकर खड़े थे। काली पट्टी भी ले रखी थी। जो नमाज पढ़ने के लिए आता, उसके सिर या फिर हाथ में काली पट्टी बांधी जाती। हालांकि एसपी सिटी और एसडीएम सदर लोगों को रोक-रोक कर समझाते भी रहे, लेकिन युवक पुलिस के सामने केवल नमाज में विलंब की बात करते रहे। बड़ी मस्जिद में नमाज के बाद सैकड़ों की संख्या में युवा जुलूस की शक्ल में निकल गए। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए।
इन इलाकों में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल
शुक्रवार सुबह से ही नखास, रेती रोड, मदीना मस्जिद चौक, शाहमारूफ, घंटाघर, बसंतपुर, तुर्कमानपुर, जाफरा बाजार, इलाहीबाग सहित कोतवाली, तिवारीपुर और राजघाट इलाके के कई मोहल्लों में सुबह से ही दुकानें बंद रहीं। ऐसा लगा कि अघोषित कर्फ्यू है। अधिकांश युवा सड़कों पर जगह-जगह नारेबाजी करते रहे। पथराव, लाठीचार्ज व आंसू गैस छोड़े जाने के बाद सड़कें पूरी तरह खाली हो गईं। घरों के दरवाजे बंद हो गए। लोग छतों और खिड़कियों से झांकते नजर आए। केवल पुलिस और अधिकारियों की गाड़ियों के सायरन ही सुनाई देते रहे।
एडिशनल एसपी की गाड़ी का कांच टूटा
नखास चौक पर ड्यूटी कर रहे पीएसी के एडिशनल एसपी राजेश भारती की कार को भी उपद्रवियों ने निशाना बना लिया। दरअसल, पथराव के बीच उनका चालक गाड़ी को लेकर कोतवाली थाने की ओर जाने लगा। इसी दौरान एक घर की छत से चले पत्थर से उनकी कार का कांच टूट गया। साथ ही उपद्रव के दौरान दो से तीन मोटरसाइकिलें क्षतिग्रस्त हो गईं।
पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी अलग-अलग करते रहे गश्त
हिंसक प्रदर्शन के बाद नखास, रेती, घंटाघर सहित तमाम इलाकों में एडीजी रेंज, कमिश्नर, डीएम, एसएसपी सहित तमाम अधिकारी व थानेदार अलग-अलग टुकड़ियों में गश्त करते रहे। वहीं, पुलिस की रिजर्व टीम रात में भी इन इलाकों में गश्त करती रही।





