इस ट्रीटमेंट से मिलेगा आराम SEVERE HAIRFALL की समस्या से जूझ रहे है

हेयरफाल की समस्या महिलाओ और पुरुषो में एक आम समस्या बन गयी है और इसका इलाज किया जा सकता है पीआरपी ट्रीटमेंट के द्वारा जी हाँ इस वजह से इसमें कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। पीआरपी (PRP) ट्रीटमेंट यानी प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा ट्रीटमेंट (Platelet Rich Plasma)। इसके लिए जिस व्यक्ति का इलाज किया जाता है, उसका ही ब्लड ट्रीटमेंट के उपयोग में लाया जाता है।

PRP थैरेपी यानि प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा। PRP थैरेपी में जिस व्यक्ति को हेयरफॉल की प्रॉब्‍लम हो रही हैं। उसी का ब्लड उपयोग में लाया जाता है। इस ब्लड में से प्लेटलेट्स को अलग कर इस्‍तेमाल में ल‍िया जाता है। इन प्लेटलेट्स में ग्रोथ फैक्टर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो टिश्यू बनाने और उनको रिपेयर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक बार में थोड़ी मात्रा में ब्लड लेकर इसमें से प्लेटलेट्स को अलग करने के बाद उसमे एक्टिवेटर मिलाया जाता है जिससे प्लेटलेट्स एक्टिवेट हो जाता है। अब इस प्लेटलेट्स का उपयोग जहां पर हेयर लॉस हो रहा है वहां पर किया जाता है।

यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है की इस ट्रीटमेंट में जिस जगह प्‍लेटलेट्स लगाकर बालों को झड़ने से रोकना हैं वहां एनेस्थीसिया लगाकर सुन्न कर दिया जाता है। फिर विशेष माइक्रो सुई की हेल्प से पीआरपी को सिर के उन क्षेत्रों में इंजेक्ट किया जाता है, जहां उपचार किया जाना है। पीआरपी को प्रभावित क्षेत्र पर डर्मारोलर के द्वारा भी इन्फ्यूज किया जाता है। डर्मारोलर का प्रयोग करने से पहले त्वचा पर सुन्न करने वाली सामान्य क्रीम लगा दी जाती है।

इस प्रक्रिया को पूरा होने के लिए कई सिटिंग्स की जरूरत होती है। ये ट्रीटमेंट न सिर्फ बालों की ग्रोथ बढ़ाता है, बल्कि हेयर फॉलिकल को भी मजबूत करता है। सुइयां चुभाने और ब्लड निकालने की बात से यह दर्दनाक लग सकता है, लेकिन इस ट्रीटमेंट के दौरान पूरा एरिया सुन्न कर दिया जाता है जिससे किसी प्रकार का कोई दर्द नहीं होता। इस प्रोसेस के बाद न तो कोई निशान पड़ता है और नहीं दवाई लेने की जरूरत होती है।

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