वीडियो: एयरफोर्स डे पर अभिनंदन और बालाकोट के बांकुरों ने आसमान में ऐसे दिखाया दम

बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का F-16 विमान गिराने वाले वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने आज एक बार फिर Mig लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. इस दौरान 3 मिराज 2000 एयरक्राफ्ट, सुखोई ने भी वायुसेना दिवस के मौके पर उड़ान भरी. इतना ही नहीं जिन पायलटों ने बालाकोट एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया था, वो भी आज वायुसेना दिवस के जश्न में शामिल हुए और मिराज-2000 को उड़ाया.
विंग कमांडर अभिनंदन ने फिर दिखाया दम
पाकिस्तान को मात देने वाले विंग कमांडर अभिनंदन ने एक बार फिर आसमान में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. वायुसेना दिवस के मौके पर अभिनंदन ने मिग विमान को उड़ाया. बता दें कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग विमान से ही पाकिस्तान के F-16 को मात दी थी, जो कि टेक्नोलॉजी के मामले में मिग से काफी आगे था. पाकिस्तान को अपनी ताकत दिखाने के लिए विंग कमांडर को अभिनंदन वर्धमान को वायुसेना ने सम्मानित भी किया था.
वायुसेना दिवस पर वायुसेना चीफ का बयान, आतंकियों से निपटने के लिए सरकार ने किए बड़े बदलाव
#WATCH Ghaziabad: Wing Commander #AbhinandanVarthaman leads a 'MiG formation' and flies a MiG Bison Aircraft at Hindon Air Base on #AirForceDay today. pic.twitter.com/bRpgW7MUxu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 8, 2019
बालाकोट में बम बरसाने वाले पायलटों का दम
सिर्फ विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ही नहीं बल्कि एयरफोर्स डे के मौके पर आज उन पायलटों ने भी अपने करतब दिखाए जिन्होंने बालाकोट में बम बरसाए थे. बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान मिराज-2000 से आतंकी अड्डों पर बम बरसाने वाले विमानों का प्रदर्शन हुआ और इनकी अगुवाई उन्हीं जवानों ने की जिन्होंने तब एयरस्ट्राइक की थी.
क्या था ऑपरेशन बंदर?
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी. वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया था और इस ऑपरेशन ऑपरेशन बंदर का कोडनेम दिया था.
गौरतलब है कि इस हवाई भिड़ंत में वायुसेना ने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. भारतीय वायुसेना का विमान Mig-21 हादसे का शिकार हो गया था और इसको उड़ा रहे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में पहुंच गए थे. वहां उन पर पाकिस्तानियों ने हमला कर दिया था और फिर पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया था. हालांकि, 48 घंटे में ही पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा था.