बच्चों को कुछ सिखाती हो, कार्यकर्ता ने कहा कुछ ऐसा….

सुबह 11 बजे, फोरलेन पर चौकसी बढ़ गई। फोर्स के साथ डीएम व अन्य अधिकारियों के वाहन पहुंचे। पीछे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कार से पहुंच गईं। राज्यपाल सीधे आंगनबाड़ी केंद्र रानीपुरवा पहुंचीं। अफसरों को परिसर में रोक दिया। वह आंगनबाड़ी कक्ष में पहुंचीं। कार्यकर्ता विजय लक्ष्मी मिश्रा से पूछा। बच्चों को कुछ सिखाती हो। कार्यकर्ता ने कहा, जी। छात्र आदर्श ने मछली जल की रानी है। जीवन उसका पानी है..। कविता सुनाई।
राज्यपाल ने कार्यकर्ता को कुछ सुनाने को कहा, जिस पर उसने ये है मेरा अच्छा भारत ., कविता सुनाई, बच्चों ने इसे दोहराया। राज्यपाल ने कुपोषित बच्चों के विषय में जानकारी ली। यहां तीन से छह वर्ष के पंजीकृत कुल 40 बच्चों में दो लाल व 11 पीले की श्रेणी में हैं। बच्चों व मां को कुपोषण से बाहर निकालने के आदेश दिए। बच्चों से केंद्र पर मिलने वाले अनुपूरक आहार व फल आदि के बारे में पूछा। केला वितरित किए जाने की जानकारी दी गई। केंद्र पर अन्नप्रासन व गोदभराई की व्यवस्था की गई थी। राज्यपाल ने गुड़िया, कमलेश व मनु को फल आदि देकर गोदभराई की। इसके बाद छह माह की उम्र पूरी कर चुके माही, जाफरीन व अंकुर को अन्न खिलाया। कार्यकर्ता कमला सिंह, आशा सिंह, नैंसी, पल्लवी गौतम मौजूद रहीं।





