देह व्‍यापार व दुष्‍कर्म कांड में फंसे RJD MLA, पुलिस ने घर व सरकारी आवास पर की छापेमारी…

पटना और आरा के चर्चित देह व्‍यापार व दुष्‍कर्म कांड में राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) विधायक अरुण यादव (Arun Yadav) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रहीं हैं। इस मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के पहले से ही वे भूमिगत हो गए हैं। उनका मोबाइल बंद है, लेकिन मोबाइल बंद होने के पहले उनका अंतिम लोकेशन झारखंड में मिलने से माना जा रहा है कि वे बिहार में नहीं हैं। इस बीच उनके भोजपुर स्थित पैतृक घर व पटना के सरकारी अावास पर पुलिस ने इश्तेहार चस्‍पा किए हैं। पुलिस ने उनके भोजपुर स्थित पैतृक घर व पटना के सरकारी आवास पर छापेमारी भी की है। आगे कुर्की जब्‍ती का खतरा भी मंडराने लगा है।

विदित हो कि बीते 18 जुलाई को पटना में संचालित देह व्‍यापार गिरोह (Flesh Trade Racket) के चंगुल से भागी भोजपुर की एक नाबालिग लड़की भोजपुर पुलिस के पास पहुंची। उसने खुद को पटना में एक इंजीनियर और एक विधायक के आवास पर भेजे जाने की बात कही। इस कांड में गिरफ्तार देह व्‍यापार संचालिका अनीता देवी व उसके सहयोगी संजय यादव उर्फ जीजा ने इसे कबूल किया। पीडि़त लड़की ने आरा कोर्ट में दर्ज अपने पहले बयान में विधायक का नाम नहीं लिया, लेकिन दूसरे बयान में स्‍पष्‍ट कहा कि पटना स्थित विधायक के आवास पर उसके साथ गंदा काम किया गया। इसके बाद विधायक अरूण यादव पर पुलिस का शिकंजा कस गया है।

पटना व भोजपुर में छापेमारी, इश्‍तेहार चस्‍पा

जानकारी के अनुसार भोजपुर पुलिस मंगलवार की शाम आरजेडी विधायक अरूण यादव के भोजपुर स्थित लसाढ़ी व अगिआंव के घर पर पहुंची। वहां विधायक नहीं मिले। पुलिस ने विधायक के पैतृक घर पर इश्तेहार चस्पा किया। भोजपुर पुलिस ने पटना पुलिस के सहयोग से देर रात विधायक के हार्डिंग रोड स्थित सरकारी आवास पर भी छापेमारी की तथा वहां इश्‍तेहार चस्‍पा किया।

अगले सप्‍ताह कर सकते सरेंडर, बढ़ा दबाव

कोर्ट से इश्तेहार निर्गत होने के बाद विधायक पर सरेंडर करने के लिए दबाव बढ़ गया है। बताय जा रहा है कि वे अभी सरेंडर (Surrender) करने के मूड में नहीं हैं। सूत्रों की मानें तो वे कानून के जानकारों से विचार-विमर्श कर कानूनी तरीके से जमानत (Bail) कराने के प्रयास में लगे हैं। वैसे चर्चा यह भी हैं कि वे कुर्की के पहले कभी भी कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं। वैसे अगले हफ्ते सरेंडर करने की चर्चा है।

माेबाइल बंद, झारखंड में मिला था अंतिम लोकेशन

वे कहां हैं, इसका पता लगाने में पुलिस अभी तक नाकामयाब है। उनका मोबाइल स्वीच ऑफ मिल रहा है। हालांकि, पुलिस सूत्रों के अनुसार तकनीकी जांच में विधायक का अंतिम लोकेशन झारखंड में मिला था। इसलिए माना जा रहा है कि विधायक बिहार के बाहर भूमिगत हैं। पुलिस उनके ठिकाने का पता लगाने में जुटी है।

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