यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद गर्भवती महिला ने पेड़ पर चढ़कर बचाई जान

देश की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है. यमुना का जलस्तर बुधवार सुबह 6 बजे 206.60 मीटर रिकॉर्ड किया गया. यमुना की लहरों ने 40 साल बाद दिल्ली के लोगों को दहशत में डाल दिया है. लहरों के उफान से राजधानी पर सबसे बड़ी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. यमुना से सटे निचले इलाके पानी में डूब चुके हैं.

वहीं दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद एक गर्भवती महिला ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई. असल में, गर्भवती महिला, उसके पति और 2 बच्चों को ज़ीरो पुस्ता से बचाया गया है. नूरजहां और उनके पति जहांगीर ने बताया कि मंगलवार रात 9 बजे से उनका परिवार पेड़ पर चढ़ा हुआ था. बुधवार सुबह 11 बजे 100 नंबर पर पुलिस को कॉल कर बुलाया.

जहांगीर ने बताया कि पुलिस ने रेस्क्यू टीम संपर्क किया. रेस्क्यू टीन ने बोट और गोताखारों की मदद से परिवार को पेड़ से उतारा. परिवार अपनी जान बचाने के लिए 12 घंटे पेड़ पर रहा.

बहरहाल, एहतियात के तौर पर मंगलवार दोपहर तक नदी के किनारे निचले इलाकों में रहने वाले क्षेत्रों को खाली कर 14 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यमुना सोमवार रात 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गई थी. उत्तर भारत में बारिश और हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है.

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