B’day spl: भूत बंगला खरीदने के बाद राजेंद्र कुमार बने जुबली कुमार, इस एक्टर की वजह से खत्म हो गया स्टारडम
राजेंद्र कुमार ने अपने करियर की शुरुआत साल 1950 में फिल्म ‘वचन’ से की थी। हालांकि, इस फिल्म के लिए उन्हें 1500 रुपए फीस मिलनी थी। लेकिन उन्होंने फीस नहीं मिली।
राजेंद्र कुमार को पहचान नर्गिस और सुनील दत्त की फिल्म मदर इंडिया से मिली थी। राजेंद्र कुमार और सुनील दत्त समधी थे। संजय दत्त के बुरे दौर में भी राजेंद्र कुमार ने उनका साथ दिया था। बंबई ब्लास्ट के मामले में संजय दत्त जेल में थे। इस दौरान कई बड़े नेताओं ने सुनील दत्त की मदद नहीं की।
आपको बात दें कि राजेंद्र कुमार और राजेश खन्ना को लेकर एक किस्सा काफी मशहूर है। राजेंद्र कुमार बॉलीवुड में कदम जमा रहे थे। तभी उनकी नजर एक बंगले पर पड़ी। राजेंद्र कुमार ने वह बंगला खरीद लिया। हालांकि, लोगों का मानना था कि वह एक भूत बंगला है। इस बंगले को खरीदने के बाद राजेंद्र कुमार ने एक के बाद एक हिट फिल्में दी।
राजेंद्र कुमार का स्टारडम ऐसा बढ़ा कि उनकी फिल्में सिनेमाघरों में 25 हफ्तों तक लगातार चलती रहतीं और रिकॉर्ड बनातीं। इसी की वजह से राजेंद्र कुमार का नाम जुबली कुमार पड़ गया।
हालांकि, राजेंद्र कुमार के करियर में अचानक ब्रेक लग गया। इसके बाद कुछ ऐसी परिस्थिति आई जिसके कारण राजेंद्र कुमार को ये बंगला राजेश खन्ना को 60 हजार रुपए में बेचना पड़ा। ये बंगला आगे चलकर आशीर्वाद बंगले के नाम से जाना गया।
राजेंद्र कुमार को साल 1969 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। राजेंद्र आखिरी बार दीपा मेहता की फिल्म ‘अर्थ’ (1998) में एक छोटे से रोल में नजर आए थे। 12 जुलाई 1999 को राजेंद्र कुमार ने दुनिया से अलविदा कह दिया था।