सरकार ने लोकसभा में पुलवामा हमले की जांच पर दिया ये जवाब, कहा..
पुलवामा हमले की जांच को लेकर लोकसभा में मनीष तिवारी ने सवाल पूछा था. इस पर सरकार की ओर से गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) की जांच में पता चला है कि पुलवामा हमले की साजिश जैश-ए-मोहम्मद ने रची थी. जैश ने ना सिर्फ पुलवामा हमले की साजिश रची बल्कि उसे अंजाम तक पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी भी जैश के आतंकियों ने निभाई.
जांच में यह भी पता चला कि पांच आरोपियों में से एक सुसाइड बॉम्बर था. जबकि आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो को सुरक्षा बलों ने मार गिराया. इनमें से एक हमले की साजिश रचने वाला आतंकी मुदासिर अहमद उर्फ ‘मोहम्मद भाई’ था, जिसे सुरक्षा बलों ने मार गिराया. पुलवामा हमले के अन्य पहलुओं की जांच के लिए केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ)’ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है.
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मनीष तिवारी ने क्या पूछा था?
संसद में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लोकसभा में सरकार से पूछा था कि 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले की जांच में अब तक क्या खुलासे हुए हैं. तिवारी ने यह भी पूछा कि अब तक कितने आरोपियों की पहचान हुई और कितने गिरफ्तार हुए. हमले का एक आरोपी जो मारा गया है. क्या उसे एनकाउंटर के दौरान मारा गया है? क्या पुलवामा हमले में सुरक्षा में ढिलाई को लेकर किसी सीआरपीएफ के कर्मचारी या अधिकारी की जिम्मेदारी तक की गई है.
पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमला
गौरतलब है कि इसी साल 14 फरवरी को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा कर्मियों को ले जा रहे सीआरपीएफ के वाहनों के काफिले पर आतंकवादियों ने आत्मघाती हमला किया था. इस हमले में 45 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. इस हमले के 13 दिन बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी.
जब अभिनंदन को पाकिस्तान ने भारज भेजा
इसके बाद पाकिस्तान का फाइटर प्लेन एफ-16 भारतीय सीमा में घुस गया था. जिसे भारतीय फाइटर प्लेन मिग-21 ने आसमान में ही मार गिराया था. लेकिन मिग-21 के विंग कमांडर अभिनंदन को पैराशूट से उतरना पड़ा था. दुर्भाग्यवश वे पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे और पाकिस्तानी सेना ने उन्हें बंधक बना लिया था. भारत के भारी दबाव के बाद अभिनंदन को पाकिस्तान सरकार ने भारत वापस भेज दिया था.