कलयुगी बहू का वीडियो देख खड़े हो जाएँगे रौंगटे, सोशल मीडिया पर उठ रही कार्रवाई की माँग
नारनौल के गांव निवाजनगर में एक वृद्ध महिला को उसकी पुत्र वधू द्वारा बेरहमी से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने का मामला छाया हुआ है। मामला पुलिस के पास पहुंचने पर महिला थाना पुलिस ने पुत्र वधू पर केस दर्ज कर लिया हैं। लेकिन अभी तक आरोपी महिला की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चार जून को गांव निवाजनगर में भूतपूर्व सैनिक जगदीप की पत्नी चांदबाई (80) को उसकी पुत्रवधू कांता देवी बेरहमी से पीट रही थी। पुलिस के अनुसार बुजुर्ग महिला को बिस्तर पर शौच आ गया था जो पुत्रवधू को नागवारा गुजरा। आंगन में पुत्रवधू सास को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान पड़ोसी की छत पर नाना के घर आई एक युवती ने मोबाइल से मारपीट का वीडियो बना लिया।
इसके बाद उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसकी जानकारी चांदबाई की पुत्रवधू को नहीं थी। वीडियो वायरल करने के साथ ही उक्त युवती ने इसकी जानकारी मामा-मामी को दी। गुरुवार को इस वीडियो की जानकारी गांव निवाजनगर के लोगों की लगी तो गांव के कुछ लोग उक्त परिवार से मिले व आरोपी महिला को खरी-खोटी सुनाई।
इस घटना के ज्यादा फैलने से घबराई कांता देवी मायके दिल्ली चली गई। शुक्रवार को इसकी जानकारी एसपी चंद्रमोहन को मिली तो उन्होंने तुरंत महिला थाना प्रभारी को कार्रवाई करने के आदेश दिया। महिला थाना प्रभारी कमला देवी पुलिस कर्मचारियों के साथ गांव निवाजनगर पहुंची व बुजुर्ग महिला चांदबाई से मिलकर बयान लिया।
पुलिस ने चांदबाई के बयान पर धनश्याम की पत्नी कांता देवी के खिलाफ मारपीट व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस प्रवक्ता नरेश ने बताया कि आरोपी महिला को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बुजुर्ग महिला को न्याय दिलाने के लिए बनाया वीडियो
दिल्ली निवासी युवती मामा के यहां गर्मी की छुट्टी में आई हुई है। उसने बताया मारपीट की वारदात से विचलित हो गई। उसने पहले मारपीट का वीडियो बनाया। मामा को वीडियो दिखाने के बाद बुजुर्ग महिला को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किया। युवती ने बताया कि बुजुर्ग महिला न्याय मिलना चाहिए।
महिला के तीन बेटे हैं
बुजुर्ग महिला ने बताया कि चार बच्चे हैं। इनमें एक पुत्री व तीन पुत्र हैं और सभी शादीशुदा हैं। साल 2002 में पति जगदीप की मौत हो गई थी। पति बीएसएफ में एसआई थे। महिला अपने मंझले बेटे धनश्याम के साथ गांव में ही रहती है। महिला का एक बेटा नरोत्तम पशु अस्पताल कार्यरत है। धनश्याम और मनोज भी प्राइवेट काम करते हैं। गांव के लोगों के अनुसार महिला को करीब 12 हजार रुपये पेंशन मिलती है।