पूर्व सीएम अखिलेश ने मोदी सरकार पर बोला हमला, भाजपा के राष्ट्रवाद और विकास मॉडल पर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा के राष्ट्रवाद और विकास के मॉडल पर सवाल उठाए। कविनगर रामलीला मैदान में सोमवार को की गई जनसभा में उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का भाषण शौचालय से शुरू होता है और शौचालय पर ही खत्म हो जाता है। उन्होंने शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद कम मिलने पर भी सवाल उठाए और कहा कि उन्हें एक करोड़ प्रदेश सरकार से और एक करोड़ रुपये केंद्र सरकार से सहायता दी जानी चाहिए।
अखिलेश यादव के निशाने पर 2 अक्तूबर 2014 को भाजपा की ओर से देश भर में शुरू किया गया स्वच्छ भारत मिशन भी रहा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत का सपना दिखाकर भाजपा के लोगों ने झाड़ू उठाई, लेकिन मलिन बस्ती भी स्वच्छ नहीं कर पाए। गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी नहीं बना पाए। उत्तर प्रदेश के सीएम भी स्मार्ट सिटी की बात करते हैं, लेकिन वह बताएं कि दो साल में क्या-क्या काम किए। 2012 से 2017 के सपा सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों से भाजपा सरकार के कार्यकाल की तुलना करते हुए विकास के मॉडल को पेश किया। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा और बसपा सरकारों के कार्यकाल का इतिहास खंगाल लो, इनके कार्यकाल में बिना भेदभाव के विकास कार्य कराए गए।
हिंडन पर बने पुल सपा की देन
भाजपा की गंगा सफाई के अभियान पर उन्होंने कहा कि नदियों को साफ करने में भी समाजवादी पीछे नहीं है। लखनऊ में गोमती नदी का रिवर फ्रंट डेवलपमेंट इसका उदाहरण है। गाजियाबाद में हिंडन पर कई पुल सपा सरकार ने बनाए और हिंडन की सफाई करने का माद्दा भी समाजवादियों में ही है।
मेट्रो व एलिवेटेड रोड पर सफर करें तो समाजवादियों को करें याद
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि गाजियाबाद के लोग जब भी एलिवेटेड रोड, मेट्रो और न्यू लिंक रोड पर सफर करें तो समाजवादियों को याद करें। सपा सरकार के कार्यकाल में ही इन प्रोजेक्ट की सौगात गाजियाबाद को मिली थी। अरबों रुपये का फंड दिया गया।