वाराणसी के भेलूपुर थाना अंतर्गत विनायका स्थित चार मंजिला विनायका अपार्टमेंट की छत से शनिवार की देर रात शराब के नशे में डीएवी पीजी कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शैलजा सिंह (51) ने छलांग लगा दी।
मौके पर मौजूद यूपी 100 की पीआरवी से डॉ. शैलजा को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। भेलूपुर पुलिस ने रविवार को शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया।
डॉ. शैलजा की आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस को आशंका है कि अवसाद ग्रस्त होने या निजी जीवन की खींचतान से आजिज आकर उन्होंने आत्महत्या की है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से संबद्ध डीएवी पीजी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग की डॉ. शैलजा दो लड़कियों की मां थीं और भेलूपुर थाना अंतर्गत पद्मश्री चौराहा के पास रहती थीं।
वहीं, एक इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल उनके पति बैजनत्था क्षेत्र में बेटियों के साथ अलग रहते हैं। विनायका अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 306 में डीएवी कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार सिंह रहते हैं।
अपार्टमेंट के लोगों ने बताया कि डॉ. शैलजा का डॉ. सतीश के फ्लैट पर आना-जाना लगा रहता था। शनिवार की रात डॉ. सतीश के फ्लैट में झगड़ा और हाथापाई होने के साथ ही जोर-जोर से आवाज बाहर आ रही थी। दोनों लोग बैठकर शराब पी रहे थे और नशे में थे। मामला शांत न होते देख अपार्टमेंट में रहने वालों ने सौ नंबर पर कॉल किया तो रात 12:30 बजे के लगभग पुलिस आई।
पुलिसकर्मियों ने गार्ड से डॉ. सतीश को नीचे बुलाया और उनसे बातचीत कर रहे थे कि इसी बीच रात एक बजे के लगभग डॉ. शैलजा ने अपार्टमेंट की छत से छलांग लगा दी। उपचार के दौरान रात दो बजे के लगभग उनकी मौत हो गई तो पुलिस की सूचना पर उनके पति पहुंचे।
फिलहाल डॉ. शैलजा के पति ने किसी के खिलाफ तहरीर नहीं दी है। उनके मोबाइल की कॉल डिटेल और मेसेज चेक करने के साथ ही अपार्टमेंट में लगे सीसी कैमरों की फुटेज खंगाल कर आत्महत्या की वजह को स्पष्ट किया जाएगा।