मणिपुर की ये जगह हैं सुकून भरी, घूमकर अच्छा महसूस करेंगे आप

भारत के स्विट्जरलैंड के नाम से पहचाने जानेवाले नॉर्थ ईस्ट में स्थित राज्य मणिपुर घूमने के लिहाज से अपने आप में बहुत खास है। मणिपुर में शहीद मीनार, पुराना महल, संग्रहालय, गोविंदजी का मंदिर और विष्णुपुर की झील विशेष रूप से देखने योग्य हैं। मणिपुर का भाला नृत्य विश्वभर में प्रसिद्ध है। इस नृत्य को देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट यहां आते हैं। इस नृत्य के अलावा मणिपुरी कुश्ती और तलवारबाजी भी पर्यटकों को खूब भाती है। अगर आप मणिपुर जाने का प्लान बना रहे हैं तो इन जगहों को देखना ना भूलें…मणिपुर की ये जगह हैं सुकून भरी, घूमकर अच्छा महसूस करेंगे आप

इमा बाजार में मिलेंगी सिर्फ महिला दुकानदार
इस बाजार की खासियत यह है कि इसे चलाने वाली केवल महिलाएं हैं। इसे मदर्स मार्केट के नाम से भी जाना जाता है, जो 1533 में बना था। इस बाजार के बसने के पीछे भी एक कहानी है। दरअसल, तब पुरुषों को चावल के खेतों में काम करने भेज दिया जाता था। तब घरों में अकेली औरतें बचती थीं। धीरे-धीरे इन्हीं औरतों ने यह बाजार बसा दिया। दुनिया का शायद यह इकलौता बाजार होगा, जहां सिर्फ और सिर्फ महिला दुकानदार ही हैं। इस मार्केट में तकरीबन 3500 महिलाएं दुकान चलाती हैं।
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लोकटक लेक और सेंद्रा द्वीप
सेंद्रा द्वीप लोकटक लेक के बीचों बीच किसी ऊपर उठे हुए पहाड़ की तरह दिखता है। लोकटक लेक, नॉर्थ ईस्ट का सबसे बड़ा फ्रेशवॉटर लेक है। लेक के सामने बेहद खूबसूरत छोटे-छोटे आइलैंड हैं। यह जगह जितनी खूबसूरत है, उतनी ही एडवेंचर्स भी। बोटिंग, कनोइंग और दूसरे वॉटर स्पोर्ट्स ऐक्टिविटीज में शामिल होना चाहते हैं, तो यहां जरूर जाएं।

केबुल लमजाओ नैशनल पार्क
संगाई नाम की स्थानीय प्रजाति वाली दुर्लभ हिरण का घर है। यह नैशनल पार्क प्रसिद्ध लोकटक लेक के किनारे पर स्थित है और संगाई हिरणों का प्राकृतिक आवास है। इस की सबसे अनोखी बात यह है कि यह पानी पर तैरता हुआ पार्क है।

 

कांगला पैलेस
कांगला मेइती शब्द से आया है, जिसका अर्थ है ‘शुष्क भूमि’। कांगला के पैलेस को, आमतौर पर कांगला किले के रूप में जाना जाता है, जो इंफाल नदी के तट पर स्थित है और जिसे उचित रूप से एक किले के शहर के रूप में वर्णित किया जा सकता है। हालांकि इसका ज्यादा भाग अब खंडहर बन गया है। यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि कभी इसका महत्वपूर्ण राजनीतिक और धार्मिक महत्व होता था। मेइती राजाओं, जिन्होंने मणिपुर पर शासन किया था, उन्होंने कांगला पैलेस को निवास स्थान के रूप में भी प्रयोग किया था।

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