तुर्रा, खाट और फूलों की टोकरी से निर्दलीय प्रत्याशियों को है जीत का भरोसा
लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय दलों के जाने-पहचाने चिह्नों के बीच निर्दलियों ने अपनी पसंद के चुनाव चिह्न पर जीत का भरोसा जताया है। खासकर तुर्रा बजाता आदमी, फूलों की टोकरी, खाट और बिजली का खंबा जैसे चुनाव चिह्न पर प्रत्याशी अपने पक्ष मतदान की अपील करेंगे। हालांकि, आज के दौर के कई युवा वोटर इनसे चिह्न से अनजान हैं, मगर, चुनावी शोरगुल में वह इनके बारे में जानकारी जरूर हासिल करेंगे।
टिहरी लोकसभा सीट पर नाम वापसी के बाद 15 प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित हो गए हैं। भाजपा, कांग्रेस, बसपा और सीपीएम को उनके पारंपरिक चुनाव चिह्न आवंटित हुए। जबकि पंजीकृत दलों में शामिल उत्तराखंड क्रांति दल को कुर्सी, उक्रांद डी को बिजली का खंबा, सर्वहार विकास पार्टी को खाट और प्रगतिशील पार्टी को टेलीविजन चुनाव चिह्न पहले से ही आवंटित थे। इसके बाद सात निर्दलीय प्रत्याशियों में संत गोपालमणी महाराज को उनकी पहली पसंद तुर्रा बजाता आदमी (पहाड़ों में शादी-समारोह या उत्सवों में बजने वाला रणसिंगा) चुनाव चिह्न मिला है।
इसी तरह दौलत कुंवर को कप प्लेट, बृजभूषण को फल की टोकरी, ब्रहमदेव झा को सिलेंडर, मुध शाह को क्रिकेट का बल्ला तो संजय गोयल को सिलाई मशीन और सरदार खान को ट्रक चुनाव चिह्न मिला है। जिला निर्वाचन अधिकारी एसए मुरुगेशन ने बताया कि अधिकांश प्रत्याशियों ने जो चुनाव चिह्न पहले मांगा गया, वह ही आवंटित हुआ है।