अकेले ताल ठोकेंगे राजाभैया, 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का किया एलान
भाजपा और राजाभैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के बीच गठबंधन की उम्मीद अब पूरी तरह से खत्म हो गई है। लोकसभा के चुनाव में जनसत्ता दल अब अकेले ताल ठोंकेगा। सारी अटकलों को विराम देते हुए राजाभैया ने बुधवार को ट्वीट कर 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया।
इनमें प्रतापगढ़ और कौशाम्बी सीट से प्रत्याशियों का ऐलान पहले ही कर दिया गया है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया व भाजपा नेतृत्व के बीच लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर काफी दिनों से अटकलों का दौर चल रहा था।
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद कई राउंड में शीर्ष नेताओं के बीच वार्ता का क्रम चला, लेकिन बात नहीं बनी। जिसे देखते हुए राजाभैया ने कौशांबी से शैलेंद्र कुमार और प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह गोपालजी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।
हालांकि भाजपा व जनसत्ता दल के गठबंधन को लेकर चर्चाओं का दौर थम नहीं रहा था। बुधवार को भी कयासबाजी का दौर जारी रहा। इस बीच राजाभैया ने ट्वीट कर लोकसभा चुनाव में 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया।
उन्होंने ट्वीट के जरिए बांदा, फतेहपुर, सीतापुर, हमीरपुर, जालौन, जौनपुर, मछलीशहर, बलिया, गाजीपुर, डुमरियागंज, बहराइच सीट पर प्रत्याशी उतारने की जानकारी दी। राजाभैया के इस फैसले के बाद भाजपा से गठबंधन की उम्मीदें पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं।
जल्द ही प्रत्याशियों के नामों का होगा एलान
राजाभैया ने ट्वीट कर 11 सीटों पर चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है। उनके पीआरओ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में हर सीट से मिले आवेदनों पर विचार-विमर्श होगा। पार्टी के पदाधिकारी आवेदन करने वाले प्रत्याशियों के नामों को फाइनल करेंगे।
फिर बनने-बिगड़ने लगे समीकरण
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक व भाजपा के बीच गठबंधन की आस खत्म होते ही फिर नए समीकरण बनने व बिगडने लगे हैं। गठबंधन से होने वाले फायदे व नुकसान को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा होती रही। जिले की कौशांबी व प्रतापगढ़ सीट पर होने वाले चुनाव को लेकर भी राजनैतिक दलों के नेता चर्चा करते नजर आए।
उम्मीदवारों के लिए जनसभाएं करेंगे राजाभैया
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया के पीआरओ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि पार्टी के पदाधिकारी प्रत्याशियों का चयन करने के बाद उन्हें मैदान में उतारेंगे। सभी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए राजाभैया जनसभाएं भी करेंगे। प्रत्याशियों को कामयाब बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।