लोकसभा चुनाव के दौरान संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र ने उप मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा-व्यवस्था के किए कड़े इंतजाम

केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। अधिकारियों ने बताया कि उनका सुरक्षा घेरा बढ़ाने का फैसला लोकसभा चुनाव के दौरान संभावित खतरे को देखते हुए लिया गया है।लोकसभा चुनाव के दौरान संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र ने उप मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा-व्यवस्था के किए कड़े इंतजाम

अधिकारियों ने बताया कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के मौजूदा केंद्रीय अर्धसैनिक बल के कमांडो दस्ते को बढ़ा कर राष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा में तब्दील किया गया है। दूसरे उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की सुरक्षा का स्तर भी मौर्य के बराबर कर दिया गया है। केशव मौर्य को उत्तर प्रदेश में आवाजाही के दौरान पहले ही ‘वाई प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। अब उन्हें देश में कहीं भी जाने पर तीन-चार सशस्त्र कमांडो दस्ता मिलेगा। 

उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को भी इसी स्तर की वीआईपी सुरक्षा दी गई है। वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा में तीन से चार कमांडो अत्याधुनिक एके 47 राइफल और मोबाइल बख्तरबंद वाहन से लैस होते हैं। माना जा रहा है कि यूपी के दोनों उप मुख्यमंत्रियों को लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पूरे देश में घूमना पड़ेगा, इसलिए यह सुरक्षा दी गई है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर दोनों उपमुख्यमंत्रियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

वीआईपी सुरक्षा में सीआरपीएफ के 4000 कमांडो

वीआईपी की सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की समर्पित सुरक्षा विंग है और यह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित देश भर में 76 प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा में तैनात है। वीआईपी सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की चार बटालियन हैं, जिनमें 4000 कमांडो हैं।

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