वास्तु अनुसार जानिए रसोई से लेकर शौचालय की शुभ दिशा…
आज के समय में लोग घर खरीदते और बनवाते समय अपनी छोटी से छोटी जरूरतों का विशेष ध्यान रखते हैं। घर में पेंट किस कलर का हो, घर का इंटीरियर कैसा होना चाहिए। लेकिन घर खरीदते और बनवाते समय वास्तु के नियमों का भी कड़ाई से पालन करना चााहिए। अच्छा वास्तु होने से घर पर हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बन रहती है। आइए जानते हैं घर का वास्तु कैसा होना चाहिए।
वास्तु के अनुसार सबसे अच्छी दिशा पूर्व, उत्तर और ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व को माना गया है जबकि आग्नेय, दक्षिण और नैऋत्य दिशा अशुभ दिशा मानी गई है।
रसोई घर
घर में रसोई का स्थान दक्षिण- पूर्वी दिशा में होना चाहिए। दक्षिण- पूर्वी दिशा अग्नि की होती है। दक्षिण- पूर्व दिशा में रसोईघर होने से घर के सभी सदस्यों की सेहत अच्छी रहती है। इसके अलावा रसोई घर के लिए उत्तर- पश्चिम दिशा भी शुभ मानी जाती है।
मेहमानो का कमरा
घर में अतिथियों का कक्ष उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) या उत्तर-पश्चिम (वाव्यव कोण) दिशा में ही होना चाहिए।
बेडरूम की दिशा
घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बेडरूम होता है। बेडरूम घर के दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम की ओर होना चाहिए। बेडरूम में सोते समय हमेशा सिर दीवार से सटाकर सोना चाहिए। पैर उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर करके सोना शुभ होता है।
शौचालय
वास्तु शास्त्र के अनुसार शौचालय में राहु और स्नानगृह में चंद्रमा का निवास स्थान होता है। वास्तु में शौचालय और बाथरूम एकसाथ होने को अशुभ माना गया है। शौचालय के लिए सही दिशा पश्चिम-दक्षिण कोण को शुभ माना गया है। स्नानघर पूर्व दिशा में होना चाहिए। आईनों को उत्तर या पूर्वी दीवार में लगाना चाहिए। आइना दरवाजे के ठीक सामने नहीं होना चाहिए।