Loksabha elections: बठिंडा के सियासी मैदान पर सरगर्म हुए देवर-भाभी
वहीं हरसिमरत भी नुक्कड़ सभाओं से प्रचार में जुट गई हैं। इसके साथ ही चर्चा तेज हो गई है कि इस बार फिर से देवर-भाभी के बीच मुकाबला होने वाला है। मनप्रीत डोर टू डोर प्रचार पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। पिछले कई दिनों से हरसिमरत के बठिंडा या फिरोजपुर से लड़ने को लेकर चर्चा चल रही है, लेकिन हरसिमरत ने जिस तरह बठिंडा से प्रचार शुरू किया है, इससे साफ है कि वे बठिंडा से ही उतरेंगी।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिस तरह से उसे पिछले दस वर्षों से आपका प्यार मिल रहा है, उसी तरह इस बार भी मिलेगा। तमाम नेता एवं कार्यकर्ता न केवल सक्रिय हो जाएं बल्कि दस-दस और लोगों को भी अपने साथ जोड़े। उनसे पूछा गया कि क्या आज की जनसभाओं को उनके चुनाव प्रचार मुहिम का आगाज समझा जाए तो उन्होंने कहा कि शिअद ने पूरे राज्य में ही मुहिम शुरू की है।
हरसिमरत ने बिना नाम लिए छोटी पार्टियों को बी टीमें करार दिया। एम्स को रोकने के लिए न केवल खैहरा ने बल्कि मुख्यमंत्री ने भी खूब जोर लगाया था। इन सब लोगों का एक ही मकसद है कि किसी भी तरह हरसिमरत को हराना है। वित्तमंत्री ने तो राज्य के खजाने को ही ताला लगा दिया है।