कोहली ने विश्व कप को लेकर कहा- आइपीएल में आराम के बारे में मैंने अब तक नहीं सोचा

भारत और आइपीएल की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) के कप्तान विराट कोहली का कहना है कि आगामी विश्व कप को ध्यान में रखते हुए भारतीय खिलाड़ी लीग के इस 12वें सत्र को एक मौके की तरह लेंगे और सभी इसे एक जिम्मेदारी की तरह समझेंगे।

कोच गैरी किर्सटेन, आशीष नेहरा और चेयरमैन संजीव चूड़ीवाला के साथ आरसीबी के मोबाइल एप के लांचिंग कार्यक्रम के बाद 30 वर्षीय विराट ने कहा कि इस सत्र में सभी भारतीय खिलाडि़यों की एक जिम्मेदारी रहेगी। उन्हें विश्व कप को देखते हुए अपनी फिटनेस के साथ अपने कार्य के बोझ को भी ध्यान में रखना होगा। हम सभी खिलाड़ी हर मैच में अपने खेल में सुधार लाने को लेकर प्रतिबद्ध है। विश्व कप को देखते हुए इस टूर्नामेंट को सभी लोग एक मौके की तरह लेंगे क्योंकि जितने भी लोग वहां बड़े टूर्नामेंट में जाएंगे, वे एक अच्छी सोच के साथ जाएंगे।
इस सत्र में आइपीएल के सभी मैच में खेलने को लेकर विराट ने कहा, मैंने इस बारे में नहीं सोचा है कि मैं कुछ मैचों से आराम लूंगा या सभी मैच खेलूंगा। अगर मैं 15 या 11 मैच खेलने के लिए फिट हूं और अगर मेरा शरीर कहता है कि मुझे अधिक मैच खेलने चाहिए तो यह जरूरी नहीं कि मैं आराम कर लूं। यही अन्य खिलाडि़यों पर निर्भर करता है कि उनका शरीर क्या मांग करता है क्योंकि हर किसी को विश्व कप के लिए जाना है। यह खिलाड़ी की जिम्मेदारी है क्योंकि कोई भी विश्व कप से बाहर नहीं होना चाहता।
हालांकि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने कहा था कि विश्व कप में भारत की जीत कोहली की फॉर्म पर निर्भर करेगी। कोहली ने कहा कि कोई मेरे बारे में क्या बोलता है वह मेरे हाथ में नहीं है। मुझे अपना काम करना है। मुझे हर मैच में जाकर अपनी जिम्मेदारी निभानी है। रन बनाने हैं और बचाने हैं। टीम का अच्छे से नेतृत्व करना है। मेरा ध्यान सिर्फ इस चीज पर रहता है। फिर कोई मेरे बारे में अच्छा बोले या बुरा मैं इससे खुद को परिभाषित नहीं करता।
हमारी किस्मत खराब थी, यह कहना गलत

आरसीबी को तीन बार फाइनल तक पहुंचाने वाले कोहली ने कहा कि हमारे खिताब नहीं जीतने में अगर कोई चूक की बात की जाए तो वह फैसले ठीक नहीं लेना है। मैं बैठकर यह बोल दूं कि हमारी किस्मत खराब थी तो यह कहना ठीक नहीं होगा। आप अपनी किस्मत खुद ही बनाते हैं। अगर आप फैसले खराब लेंगे और दूसरी टीम अच्छे फैसले लेगी तो आप हारेंगे। जहां हम बड़े मैच खेले वहां हमारे फैसले सही नहीं लिए गए। फैसले सही तरीके से सोच समझकर लेने पड़ते हैं। वे टीमें आइपीएल जीती हैं जिन्होंने दबाव कम लिया और सही फैसले लिए। हमारी कमी यही थी कि हमने उस समय अच्छे फैसले नहीं लिए।
आरसीबी के एक बार भी खिताब नहीं जीतने पर उन्होंने कहा कि अगर मैं यह बोलूं कि हम हर साल खिताब जीतने के लिए आते हैं तो यह गलत होगा। हमारे प्रशंसक भी इस खिताब को जीतने की सोचते हैं, लेकिन वे हमारे ऊपर दबाव नहीं बनाए, बल्कि हमारी मदद करें। हमने पिछली बार से यह सीखा है कि शुरू से ही ऐसा माहौल नहीं बनाने दें कि यह खिताब हमें ही जीतना है क्योंकि अन्य टीमें भी जीतने आई हैं।

हमने तीन फाइनल और तीन सेमीफाइनल खेलें हैं, लेकिन हमने एक बार भी खिताब नहीं जीता है। खिलाड़ी व्यक्तिगत तौर पर अपनी जिम्मेदारी को समझे। आरसीबी को अपना और इस सत्र का पहला ही मैच 23 मार्च को गत विजेता चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उसके घर में खेलना है।
किर्सटेन बोले, फिर से भारत आकर खुश हूं

आरसीबी के कोच गैरी किर्सटेन ने कहा कि मैं फिर से भारत आकर खुश हूं। यह शानदार टीम है और इस टीम के खिलाडि़यों में अच्छी प्रतिभा है। मुझे कैमरे के सामने आना इतना पसंद नहीं है। मैं पीछे से काम करने में ज्यादा विश्वास रखता हूं। टीम में कुछ बदलाव हैं और नया कोचिंग स्टाफ है। मेरी प्रमुखता टीम को तैयार करने की रहेगी। हमें अभी बहुत काम करना है।
आइपीएल के मैच के दौरान डेढ़ मिनट के मिलने वाले स्ट्रेटजी टाइम आउट को लेकर भारतीय विश्व कप विजेता टीम के कोच रहे किर्सटेन ने कहा कि यह शानदार है। मैं इससे बहत खुश हूं। कई अन्य खेलों में खिलाडि़यों से बात करने का समय मिल जाता है लेकिन क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में ऐसा नहीं है लेकिन आइपीएल में इसका होना अच्छा है।

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