अब शनि के साथ 299 दिन रहेंगे केतु, इस कारण आपकी राशि पर पड़ सकता हैं ये बड़ा प्रभाव

शनि और केतु का साथ

ज्योतिषिय गणनाओ के अनुसार 07 मार्च 2019 को केतु अपना ग्रह परिवर्तन करके मकर राशि से धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। इस स्थान पर वे करीब 299 दिन रहेंगे। गुरुवार को प्रात: 09 बज कर 09 मिनट पर केतु वक्री गति से धर्मगुरु बृहस्पति की मानी जाने वाली इस राशि में प्रविष्ठ होंगे आैर 23 सितंबर 2020 तक यहां रहेंगे। इससे पूर्व शनि भी इस वर्ष धनु राशि में ही गोचर कर रहे हैं इसलिए केतु को अब उनका साथ प्राप्त होगा। इन दोनों के साथ का व्यापक प्रभाव देश आैर दुनिया की सामाजिक, राजनीतिक आैर धार्मिक पर पड़ेगा। विशेष रूप में धर्म की राशि में गोचर करने के कारण केतु राजनीति में धर्म के उग्र होने का कारण बनेगा। पंडित दीपक पांडे का कहना है कि इस अवधि में किसी बड़ी हस्ती के निधन की दुखद खबर भी आ सकती है। साथ ही 31 मार्च से 22 दिन के लिए गुरु भी इस राशि में गोचर करेंगे, यानि धनु राशि में केतु के साथ शनि और गुरु भी विराजमान रहेंगे। ग्रहों के इस मेल से भारत के और अधिक मजबूती के साथ दुनिया के सामने उभरने और आतंकवाद के सामने पूरी ताकत से खड़े होने की संभावना है। इन ग्रहों का कारोबार की दुनिया पर भी खासा प्रभाव पड़ेगा।अब शनि के साथ 299 दिन रहेंगे केतु, इस कारण आपकी राशि पर पड़ सकता हैं ये बड़ा प्रभाव

ग्रह और उनके गोचर

विभिन्न गृहों के गोचर को इस प्रकार समझा  जा सकता है। शनि, गुरू आैर राहु केतु बड़े गृह माने जाते हैं। इनमें से शनि एक राशि में करीब ढार्इ वर्ष रहते हैं, गुरू एक वर्ष आैर राहु केतु 18 महीने रहते हैं। अन्य ग्रह महीनों के हिसाब से राशि परिवर्तन करते हैं। हांलाकि केतु छाया ग्रह आैर बिंदु मात्र है परंतु इसके गोचर का राशियों पर व्यापक प्रभाव होता है। यदि ये शुभ हो तो व्यक्ति को फर्श से अर्श पर पहुंचा सकता है आैर यदि अशुभ हो तो इसका ठीक उल्टा होता है। इसके गोचर से 18 दिन पहले आैर 18 दिन बाद तक व्यक्ति आैर समाज में अचानक परिवर्तन देखने को मिलते हैं। आइये अब जानें कि 7 मार्च से हो रहे इस परिर्वतन का विभिन्न राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा।

राशियों पर प्रभाव

मेष राशि: कार्यों में अवरोध, बिगड़ा काम बनेगा आैर नौकरी आैर व्यापार में सफलता मिलने की संभावना है। वृष राशि: स्वास्थ्य के लिए स्थितियां प्रतिकूल रहेंगी अत: सचेत रहें, आैर मानसिक उलझन भी रहेगी। मिथुन राशि: व्यर्थ की दौड़ धूप रहेगी आैर काम पूरे करने के लिए अतिरिक्त श्रम करना होगा। कर्क राशि: शादी-विवाह का योग बनेगा, मानसिक कष्ट रहेगा, यात्रा का प्रयास असफल होगा या कार्य पूरा नहीं होगा, खर्च बढ़ेगा। सिंह राशि: कार्य व्यापार का विस्तार होगा, सामाजिक प्रतिष्ठा आैर मान-सम्मान में वृद्घि का योग है आैर भूमि-वाहन आदि का भी लाभ हो सकता है। कन्या राशि: सामाजिक कार्य में सफलता, धर्म निष्ठा आैर आस्था में वृद्घि। तुला राशि: पारिवारिक विरोध का सामना करना पड़ सकता है, भाग्योदय की संभावना है परंतु खर्च में वृद्घि की भी स्थितियां बन सकती हैं। वृश्चिक राशि: स्वास्थ्य प्रतिकूल, उत्साह हीनता, कार्य में असफलता की संभावना। धनु राशि: नौकरी, व्यापार आैर जीविका के क्षेत्र में सुरक्षा, पारिवारिक दायित्व का निर्वाह आैर श्रम से सफलता मिलेगी। मकर राशि: अधूरे संकल्प पूर्ण होंगे, आरोग्य, सुख उत्तम रहेगा आैर शारीरिक क्षमता में वृद्घि होगी। कुंभ राशि: मन अशांत रहेगा, अत्याधिक परिश्रम के बावजूद सफलता संदिग्ध रहेगी आैर स्वास्थ्य के मामले सचेत रहें। मीन राशि: कार्य प्रगति में बाधा आयेगी, अप्रत्याशित स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, नौकरी व्यापार में प्रतिकूलता आ सकती है। बेहतर होगा माता पिता का सम्मान करें। 

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