फैशन बनता जा रहा है चश्मों का इस्तेमाल, ये होते हैं फायदे
आप जानते ही हैं लोग कई सालों से चश्मा लगाते आ रहे हैं. पहले के जमाने में चश्मा लगाना मतलब अपना मज़ाक उड़ाना. अक्सर चश्मे में देखकर लोग चिढ़ाने लगते हैं लेकिन आज के जमाने में चश्मा सभी को लुभाता है जिससे सभी को एक नया लुक मिलता है. आज कल चश्मा एक फैशन सिंबल बन चुका हैं. चाहे धूप हो या नहीं. चाहे आपकी आखों को इसकी जरूरत हो या नहीं लोग खुद को कूल दिखाने के लिए चश्मे पहनने से बाज नहीं आते.
ये अच्छी बात है कि आप आजकल चश्मा लगाने से कतराते नहीं हैं. चश्मा कूल दिखने के साथ साथ अपना बेसिक काम, आखों की सुरक्षा करना तो कर ही रहा हैं. आज कल के प्रदूषण से भरे वातावरण में हमे चश्मे की जरूरत ज्यादा हैं. ताकि हमारी आखें ज्यादा समय तक स्वस्थ बानी रहे. आज कल बाजार में कई तरह के चश्मे उपलब्ध हैं. मेटल फ्रेम, प्लास्टिक फ्रेम, स्पेशल लाइट वेट फ्रेम, स्क्रेच रहित फाइबर ग्लास वगेरह वगेरह.
चश्मे आपको हर वैरायटी के मिल जाते हैं और अब तो एक से एक चश्मे आने लगे हैं जो आपके लुक को बेहद ही कूल बना देते हैं. इसके अलावा आजकल बाजार में तरह−तरह की लेंस के चश्मे मिलते हैं जो आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. इसलिए हम आपको सलाह देंगे कि इन्हें खरीदने से पहले यह पता कर लें कि ये यूवीए और ‘यूवीए रेडियशन’ से बचा सकते हैं या नहीं. अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाव के लिए केवल कुछ ख़ास रंग के चश्मे ही कारगर साबित होते हैं जैसे एंबर और आरेंज कलर. यदि आप रंगीन चश्मे का चुनाव कर रहे हो तो याद रहे ज्यादा गहरे रंग के चश्मे ना ख़रीदे.