गंगा सहित यूपी की नदियों को साफ करेगी अमेरिकी कंपनी
टेम्स सहित दुनिया की कई नदियों की गंदगी दूर कर निर्मल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ने भारत में काम करने की पहल की है।
उत्तर प्रदेश जल निगम की पहल पर अमेरिकी कंपनी ऑयल स्पिल ईटर इंटरनेशनल कारपोरेशन ने राजधानी लखनऊ में गोमती नदी में गिर रहे गंदे नालों के पानी को साफ करने का प्रयोग शुरु किया है। कंपनी का दावा है कि दूषित जल के शोधन की इसकी तकनीकी के इस्तेमाल से गंगा सहित सभी नदियों की धारा को निर्मल किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में प्रयोग के सफल होने के बाद कंपनी के संयंत्र को गोमती सफाई के लिए लगाया जा सकता है। ऑय स्पिल ईटर के चेयरमैन और सीईओ स्टीवन पैडिगों ने बुधवार को जल निगम के अधिकारियों की मौजूदगी में बताया कि कुछ मशीनों और गुड बैक्टीरिया के साथ नाले का गंदा, मलयुक्त पानी कुछ मिनटों में साफ हो जाता है। उन्होंने कहा कि इन मशीनों का प्रयोग नमामि गंगे जैसी परियोजना में भी किया जा सकता है।
राजधानी में प्रयोग के तौर पर कंपनी ने गोमती में गिर रहे नाले पर कुछ मशीनें लगायी हैं जो गंदगी को तोड़ फोडक़र बैक्टीरिया के साथ मिल कर पानी को स्वच्छ कर देती हैं। यह प्रयोग अभी फिलहाल गोमती नदी की सफाई के लिए एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर किया जा रहा है जो प्रमाणित होने के बाद जल निगम के साथ मिलकर अन्य जगहों पर किया जाएगा। जल निगम के मुख्य अभियंता अजय रस्तोगी व अनित ंिजदल के मुताबिक नदियों की सफाई के लिए यह प्रयोग सफल होने पर प्रदेश की कई दूषित नदियों को जीवन दे सकता है। उनका कहना है कि उक्त तकनीकी के प्रयोग से कम ही समय में नदी की धारा निर्मल हो सकती है। जल निगम फिलहाल इस प्रयोग का परीक्षण कर रही है।
कंपनी ने दावा किया है कि आगामी जनवरी में होने वाले कुंभ में गंगा को स्वच्छ रखने के लिए यह प्रयोग मील का पत्थर साबित हो सकता है। कंपनी दुनिया के 102 देशों में 42000से अधिक नालों व नदियों की सफाई का काम कर रही है। इनमें लंदन की जीवनरेखा कही जाने वाली टेम्स नदी भी शामिल है। इसका दावा है कि संयंत्र के जरिए केमिकल से ही गंदगी को कार्बन डाई आक्साइड और पानी में बदल कर नदी में दूषित जल को जाने से रोका जाता है।