पटना/मुजफ्फरपुर. एसएससी की सिपाही (जीडी) भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में मंगलवार को मुजफ्फरपुर से बैंक क्लर्क संतोष कुमार को हिरासत में लिया गया। पटना पुलिस ने जिन 11 आरोपियों को इस फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किया था उसके सरगना इंजीनियरिंग छात्र अमित कुमार की स्वीकारोक्ति के बाद संतोष को हिरासत में लिया गया। संतोष ने कई अहम जानकारियां दी हैं। उसके लैपटॉप, दो मोबाइल फोन व बैग को जब्त कर पूछताछ की जा रही है।
संतोष ने जो खुलासे किए उसके आधार पर पुलिस ने पटना, हाजीपुर सहित कई जिलों में छापेमारी की। वह पटना का रहने वाला है। रोज पटना से मुजफ्फरपुर आता-जाता है। पूछताछ के लिए उसे सदर थाने में रखा गया है। संतोष गिरोह का वित्तीय सलाहकार है।
मुजफ्फरपुर के एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र को सूचना मिली कि रविवार को हुई इस परीक्षा में प्रश्न पत्र आउट करने में एक बैंक क्लर्क भी शामिल है। उसकी तैनाती मुजफ्फरपुर में है। बैंक क्लर्क की तलाश में नगर डीएसपी ने चार घंटे तक यूको बैंक की कई शाखाओं में जाकर पूछताछ की। लेकिन कुछ पता नहीं चला। मुख्य ब्रांच से मिली जानकारी के बाद एलएन मिश्रा कैंपस में स्थित यूको बैंक की शाखा से संतोष को पकड़ा गया।
पूरे देश में फैला है नेटवर्क
जांच के क्रम में पुलिस को पता चला है कि गिरोह का नेटवर्क बिहार के साथ-साथ पूरे देश में फैला हुआ है। गिरोह से बैंक कर्मी, शिक्षक, पुलिस और छात्रों के जुड़े होने के संकेत मिले हैं। पटना पुलिस ने भागलपुर, गया, दरभंगा, सीवान सहित कई जिलों की पुलिस से संपर्क कर मामले की जांच में सहयोग के लिए कहा है। दरअसल इस गिरोह के सदस्य अलग-अलग शहरों में फैले हैं। गिरोह न केवल परीक्षा में सेटिंग करता है बल्कि राज्य के बाहर के युवाओं के लिए कई अहम दस्तावेज बनाते हैं।
11 आरोपी भेजे गए जेल
इधर गर्दनीबाग पुलिस ने गिरफ्तार सभी 11 आरोपियों को मंगलवार को जेल भेज दिया। रविवार को पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर एनआईटी छात्र सहित 11 शातिरों को गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज हुआ है।
जांच के क्रम में पुलिस को पता चला है कि गिरोह का नेटवर्क बिहार के साथ-साथ पूरे देश में फैला हुआ है। गिरोह से बैंक कर्मी, शिक्षक, पुलिस और छात्रों के जुड़े होने के संकेत मिले हैं। पटना पुलिस ने भागलपुर, गया, दरभंगा, सीवान सहित कई जिलों की पुलिस से संपर्क कर मामले की जांच में सहयोग के लिए कहा है। दरअसल इस गिरोह के सदस्य अलग-अलग शहरों में फैले हैं। गिरोह न केवल परीक्षा में सेटिंग करता है बल्कि राज्य के बाहर के युवाओं के लिए कई अहम दस्तावेज बनाते हैं।