पितृ पक्ष के चलते करें बस ये एक काम, जिन्दगी भर के पापों से मिल जाएगी मुक्ति

हिंदूू संस्कृति में मनुष्य पर माने गए सबसे बड़े ऋण ‘पितृ ऋण’ से मुक्त होने के लिए निर्धारित विशेष समयकाल ‘पितृपक्ष’ की शुरुआत मंगलवार से हो चुकी है। इस दौरान सनातन धर्म के अनुयायी अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से अमावस्या तक पूर्वजों का मुक्तिकर्म अर्थात श्रद्ध करेंगे। आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहें है जिन्हे करने से आपको पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी –

ब्राहमण भोजन में पूर्वजों की मनपसंद खाने की वस्तुएं अवश्य बनायी जाए।

ब्राहमण भोजन में खीर अवश्य बनाए।

योग्य एवं पवित्र ब्राहमण को श्राद्ध में चांदी के पात्र में भोजन करवायें।

स्वर्ण दक्षिणा सहित दान करने से अति उत्तम फल की प्राप्ति होती है।

पित्रृदोष की शांति करने पर सभी परेशानीयां अपने-आप समाप्त होने लगती है। मानव सफल, सुखी एवं ऐश्वर्यपूर्ण जीवन व्यतीत करता है।

पितृ पक्ष के समय इस ख़ास उपाय से दूर होगा पितृ दोष, जानिए कैसे ?

हर रोज कम से कम पच्चीस मिनट के लिए खिड़की जरुर खोलें, इससे कमरे से नकारात्मक उर्जा बाहर निकल जाएगी और साथ ही सूरज की रोशनी के साथ घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवेश हो जाएगा।

प्रत्येक मास का प्रथम दिन अग्निस्वरूप होता है। इस दिन अग्नि पूजा अवश्य करनी चाहिए। अग्नि सब प्रकार के गुणों को प्रज्वलित करती है और वास्तु में अग्नि तत्त्व को क्रियाशील करती है। अग्नि की पूजा करने वाला तेजस्वी बनता है।

साल में एक दो-बार हवन करें।

घर में अधिक कबाड़ एकत्रित ना होने दें।

शाम के समय एक बार पूरे घर की लाइट जरूर जलाएं।

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