यदि आपकी हथेली पर हैं ये रेखाएं तो कभी नही होगी धन की कमी

हर किसी को अपने भविष्य के बारे में जानने का बहुत शौक होता है। सभी जानते हैं कि हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार हम अपने भविष्य के बारे में जान सकते हैं। आप अपने हाथ की रेखाओं से इस बात का पता लगा सकते हो कि आपके आने वाले जीवन में क्या-क्या समस्याएं आएगी और आपको क्या-क्या खुशियां मिलेगी। आइए जानते हैं कि हाथ की रेखाएं हमारे भविष्य के बारे में क्या कहती है।

-अगर आपके हाथ की हथेली में मस्तिष्क रेखा मंगल से निकलती है और आगे जाकर मंगल पर्वत पर खत्म होती है तो यूं समझ लीजिए यह आपके लिए सबसे अच्छी रेखा है। जीवन रेखा भाग्य रेखा से दूरी बनाते हुए सभी ग्रह हाथ में उन्नत लाभ दर्शाते हैं और आपकी भाग्य रेखा आकार में मोटी से पतली होती है या मणिबंध से शुरू होकर शनि पर खत्म हो जाती है तो आपका भाग्य परवान पर होता है। ऐसी हस्तरेखा वाले व्यक्तियों का व्यापार अच्छा चलता है और उन्हें धन की कमी नहीं रहती।

रोज ले ये 3 बड़े फैसले, यकीन मानिए सफल होने से नही रोक पाएगा कोई

-अगर आपकी जीवन रेखा गोल मस्तिष्क और शाखा युक्त हो तथा भाग्य रेखा निर्दोष हो तो ऐसे व्यक्ति जीवन में कभी भी धन की कमी से नहीं झुकते हैं। इनके जीवन में कोई भी चीज की कमी नहीं रहती है। माता लक्ष्मी की इन पर असीम कृपा होती है।

-अगर हाथ की हथेली में भाग्य रेखा स्पष्ट दिखाई दे रही है और शनि पर्वत विकसित होता है तो ऐसे व्यक्ति जीवन में बुलंद ऊंचाइयों को प्राप्त करते हैं। इन व्यक्तियों को जीवन में मान सम्मान मिलता है और व्यापार भी अच्छा चलता है।

-अगर हथेली की भाग्य रेखा चंद्र रेखा से जाकर मिलती है, हाथ भारी हो, अंगूठा पीछे की ओर झुका हो, मस्तिष्क और जीवन रेखा निर्दोष होने के साथ-साथ अतींद्रिय ज्ञान रेखा भी होती है तो ऐसे व्यक्ति बचपन से ही धन-धान्य में खेलते हैं और जीवन में कभी भी गरीब नहीं होते।

-अगर किसी व्यक्ति का हाथ गुलाबी हो तथा भाग्य रेखा की एक शाखा जीवन रेखा से निकलते हुए मस्तिष्क रेखा निर्दोष होती है। ऐसे व्यक्ति जीवन में करोड़ों की आमदनी वाले व्यापार करते हैं।

-अगर आपकी हथेली पर भाग्य रेखा पर चतुष्कोण बन रहा है तो समझ लीजिए आपका भाग्य जोरों पर है। ऐसे व्यक्तियों को व्यापार में कभी भी नुकसान नहीं उठाना पड़ता है।

-अगर किसी व्यक्ति के हाथ की अंगुलियां नरम हो तथा हाथ चोड़ा हो तो ऐसे व्यक्ति जीवन में धन को दिन दूना रात चौगुना करते जाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button