करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर पाक का पलटवार, भारत पर लगाए आरोप

अटारी । श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के बारे में पाकिस्तान ने यू टर्न ले लिया है। वह इस मामले में बहानेबाजी और शर्तबाजी पर उतर आया है। उसने कहा है कि वह अकेले इस बारे में विचार नहीं कर सकता। इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डाॅ. मुहम्मद फैज़ल ने कहा कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर द्वारा हम दोनों देशों में संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस में अभी और विचार किये जाने की ज़रूरत है। इसके साथ ही पाकिस्‍तान पर सीजफायर का उल्‍लंघन करने का अारोप लगाया।

गौरतबल है कि पाकिस्तान 2001 से कहता आया है कि अगर भारत भी चाहे तो वह इस कॉरिडोर को खोल सकता है। मुहम्मद फ़ैज़ल ने कहा कि भारत की तरफ से सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है, इस बारे में भारत के उप उच्चायुक्त जीपी सिंह को बुला कर पाकिस्तान ने एतराज़ जताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि  कश्मीर में मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार भारत के साथ संबंध सुधारने की इछुक्क है परंतु यह तभी संभव है यदि भारत भी इस तरफ हाथ बढ़ाए।

फैजल ने आरोप लगाया कि भारत में अलग -अलग जत्थेबंदियों के नेताओं को या तो घरों में नजऱबंद किया गया है या जेलों में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता सैयद अली गिलानी और मुहम्मद यासीन मलिक की घर में नजऱबंदी की सख्त निंदा करते हैं।

हाल ही में पंजाब के कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में वहां के सेना चीफ को झफ्फी डालने से उपजे विवाद पर कहा था कि ऐसा उन्होंने इसलिए किया है क्योंकि उन्हें करतापुर कॉरिडोर को खोलने का आश्वासन सेना चीफ ने दिया था।  श्री करतापुर साहिब गुरुद्वारे को पहला गुरुद्वारा माना जाता है जिसकी नींव श्री गुरु नानक देव जी ने रखी थी।

उन्होंने ही यहां से लंगर प्रथा की शुरुआत की थी। यह स्थल पाकिस्तान में भारतीय सीमा से करीब चार किलोमीटर दूर है और अभी पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक बार्डर आउटपोस्ट से दूरबीन से भारतीय श्रद्धालु इस गुरुद्वारे के दर्शन करते हैैं। श्री गुरुनानक देव जी का 550 वां प्रकाश पर्व 2019 में वहां मनाया जाना है और इस अवसर पर सिख समुदाय इस कॉरिडोर को खोलने की मांग जोर शोर से कर रहा है।

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