केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को बाड़मेर में कहा कि अगर देश पर हमला किया तो हम कभी गोलियां नहीं गिनते। उन्होंने राजस्थान के दौरे के दूसरे दिन मुनाबाव बॉर्डर आउटपोस्ट पर बीएसएफ के जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ”हम कभी पहले गोली नहीं चलाते लेकिन यदि हम पर हमला हुआ तो पलटवार में ट्रिगर दबाने के बाद हम कभी गोलियां नहीं गिनते।” गृह मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, ”बीएसफ कर्मियों को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि भारत कभी किसी पर हमला नहीं करता और हम दूसरों की जमीन लेने के इच्छुक नहीं हैं। वसुधैव कुटुम्बकम हमारी विरासत है जिसका मतलब है कि पूरी दुनिया एक परिवार है।” बीएसएफ जवानों के विपरीत मौसम और कड़ी परिस्थितियों में काम करने के साहस का सम्मान करते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार सुविधाओं में विस्तार करने के लिए सारे प्रयास करेंगी।

गृह मंत्री ने कहा कि कुछ जगहों पर टूटी हुई सीमा तारबंदी को जल्द ही दुरुस्त किया जाएगा और समय-समय पर इसकी निगरानी होगी। उन्होंने कहा कि फ्लडलाइट लगाई जाएंगी और बेहतर पेट्रोलिंग के लिए तारबंदी के साथ-साथ सड़क भी बनाई जाएगी। कुछ सीमा आउटपोस्ट पर टेलीफोन की बराबर सुविधा ना होने की स्वीकारते हुए गृहमंत्री ने कहा कि सीमा के पास कुछ मोबाइल टावर्स की इजाजत दी जाएगी जिससे मोबाइल कनेक्टिीविटी में सुधार हो। इस दरमियान सैटेलाइट फोन उपलब्ध कराने की संख्या बढ़ाई जाएगी। गृह मंत्रालय बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का भी समाधान निकालेगी। राजनाथ ने साथ ही बीएसएफ के सेफ्टी वॉल बनाने और बटालियन हैडक्वार्टर के पास रिंग बंद बनाने के प्रस्ताव की भी जांच की जाएगी। साथ ही गर्म तापमान में केमोफ्लाज यूनिफार्म में असुविधा होने के मुद्दे का भी समाधान किया जाएगा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि बीएसएफ के डीजी और सचिव (बॉर्डर मैनेजमेंट) ने बॉर्डर आउटपोस्ट के बीएसएफ जवानों के मुद्दों की लिस्ट बना ली है। गृह मंत्रालय के अनुसार, ” गृह मंत्री ने कहा कि मैं आपको सलाम करता हूं और देशसेवा के आपके उत्साह का सम्मान करता हूं। सभी भारतीयों के मन में बीएसएफ का विशेष स्थान है।” इससे पहले राजनाथ ने शुक्रवार को जैसलमेर के मुरार का दौरा किया और बीएसएफ जवानों से बात की।