गर्दन के इस प्वाइंट पर रखें सिर्फ एक बर्फ और 4 मिनट बाद देखें ये अनोखा कमाल

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्‍सर हम बिमारियों से घिर जाते हैं क्‍योंकि व्‍यक्ति खाने कमाने में इतना व्‍य‍स्‍त हो जाता है कि उसे एक पल के लिए भी खुद का ध्‍यान नहीं रहता है और वो खुद पर ध्‍यान नहीं दे पाता है। वहीं दूसरी तरफ जब उसकी समस्‍या ज्‍यादा बढ़ जाती है तो वो दवाइयों का इस्‍तेमाल करता है लेकिन वो कहीं न कहीं उसके शरीर में साइड इफेक्‍ट भी करता है। हां ये अलग बात है कि दवाइयों से व्‍यक्ति को तुरंत आराम मिल जाता है। लेनिक आज हम आपको एक ऐसे विषय के बारे में बताने जा रहे हैं जो शायद आप आज से पहले इसके बारे में नहीं जानते होंगे।

किसी भी बीमारी से निजात दिलाने के कई रास्ते होते है। इनमें से एक रास्ता है एक्यूपंक्चर। जानकारी के लिए बता दें कि यह चाइनीज मेडिसीन का सबसे पापुलर हीलिंग पद्धति है जिसमें शरीर के विभिन्न प्वाइंट्स को दबाया जाता है। जिससे कि शरीर में वह एनर्जी फायदेमंद साबित होती है। हमारे देश में एक्‍यूपंक्‍चर के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। एक्यूपंक्चर दर्द से राहत दिलाने या चिकित्सा प्रयोजनों के लिए शरीर के विभिन्न बिंदुओं में सुई चुभाने और हस्तकौशल की प्रक्रिया है।

 

एक्यु चीनी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब है पॉइंट, यानी अगर शरीर के कुछ खास पॉइंट्स पर सूई से पंक्चर (छेद) कर इलाज किया जाए तो एक्युपंक्चर कहलाता है और अगर उन्हीं पॉइंट्स पर हाथ से या किसी इक्युपमेंट से दबाव डाला जाए तो एक्युप्रेशर कहलाता है। वास्‍तव में एक्‍यूपंक्‍चर लेने वाले लोगों के लिए सुखद होते हैं ये बेहतर नींद, अधिक ऊर्जा, मानसिक स्‍पष्‍टता, बेहतर पाचन और तनाव को कम करने में मदद करते है।

इनमें बेशक इलाज में ज्यादा वक्त लगता है, लेकिन कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। चीन की पारम्परिक चिकित्सा तकनीक एक्यूपंक्चर पूरे विश्व में काफी लोकप्रिय है। एक अध्ययन के मुताबिक पीठ दर्द से निजात पाने के लिए यह विधि दवाई और व्यायाम के मुकाबले ज्यादा कारगर होती है।

जानिए स्मार्ट लड़कियों के बॉयफ्रेंड क्यों होते है ऐसे…

आपको ये भी बता दें कि एक्युपंक्चर के कुल 365 पॉइंट्स में से कुछ ऐसे हैं, जो काफी असरदार होते हैं और कई तरह की बीमारियों में राहत दिलाते हैं। डिप्रेशन, सिरदर्द, चक्कर और सेंस ऑर्गन यानी नाक, कान और आंख से जुड़ी बीमारियों में राहत पाना हो चाहे दिमागी असंतुलन, लकवा और यूटरस की बीमारी हो गई हो तो उसमें एक्‍यूपंक्‍चर बहुत लाभदायक होता है।

इनमें से एक बिमारी का इलाज हम आपको बताने जा रहे हैं इसके लिए आपको एक आइस क्यूब गर्दन के बीचों-बीच रखना होगा जो कि आपके सिर और कंधे दोनों को जोड़ता है। दरअसल ये एक सबसे अच्छा एक्यूपंक्चर प्वाइंट होता है इसके लिए आपको सबसे पहले पेट के बल लेटना होगा और फिर एक छोटा सा आइसक्यूब लेकर गर्दन के पीछे उसी स्थान पर रखना होगा और कम से कम 20 मिनट इसे रखा रहने दें।

 

आमतौर पर इससे पूरी शरीर को फायदा मिलता है इसके साथ ही पाचन तंत्र तो ठीक करता है और सिरदर्द और ज्वाइंट पैन जैसी समस्‍याओं से भी निजात मिलता है। इस चीनी मेडिसीन के अनुसार गर्दन के एक खास प्वाइंट में आइस क्यूब रखने बहुत अधिक फायदे होते है।आपको बता दें कि ऐसा करने से आपको अस्थमा, मोटापा, सासं संबंधी समस्या, थाथरॉयड, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रेस, अर्थराइटिस, मनो-भावनात्मक विकार, अनियमित पीरियड्स जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button