18 मई 2018 दिन शुक्रवार का राशिफल और पंचांग : जानें आप की राशि पर शुक्र का कैसा प्रभाव पड़ेगा
आप सभी का मंगल हो…
।। आज का पञ्चाङ्ग ।।
ऋतु-ग्रीष्म
माह-अधिक ज्येष्ठ
तिथि-तृतीया
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय-05:21
सूर्यास्त-06:39
राहूकाल(अशुभमुहूर्त) – दोपहर 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशाशूल-पश्चिम
शुभदिशा-पूर्व
अमृतमुहूर्त-08:53 से10:23 तक
।। आज का राशिफल ।।
मेष:- आज के दिन आप थकान, आलस्य और व्यग्रता का अनुभव करेंगे। आपको आज स्फूर्ति नहीं लगेगी। बात-बात में आपको क्रोध आएगा। आपका कार्य न बिगड़े अथवा नौकरी-व्यापार के स्थान या घर में किसी को दुःख न पहुंचे इसका ध्यान रखिएगा। किसी धार्मिक या मांगलिक कार्य में जाना हो सकता है।
राशिरत्न:-मूँगा
वृष:- आज आप शारीरिक तथा मानसिक रूप से अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। किसी नए कार्य का प्रारंभ न करने की विशेष ध्यान रखिएगा। स्वास्थ्य बिगड़ने की पूरी संभावना है। संभव हो तो प्रवास टालिएगा। आप तय समय में आपका कार्य पूर्ण नहीं कर पाएंगे। योग-ध्यान से मानसिक रूप से शांत रह सकते हैं।
राशिरत्न:-हीरा,ओपल
मिथुन :- आज का दिन उत्साह से भरा रहेगा। दोपहर तक किसी फोन कॉल के जरिए किसी खास मामले की जानकारी मिल सकती है। विद्यार्थी अपना ज्यादा से ज्यादा ध्यान पढ़ाई में लगाएं तो फायदा मिलेगा। बिज़नसमैन अपने धंधे में नई तकनीक अपनाकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। शाम का समय आपके साथ है, यानी प्यार के मामले में आगे बढ़ा जा सकता है।
राशिरत्न:-पन्ना
कर्क :- आज का दिन आपके लिए स्पेशल साबित हो सकता है। कोई खास खबर मिलेगी और कुछ नए कॉन्टैक्ट बनेंगे। किसी एक ही तरकीब पर काम करना काफी रहेगा। आज कोई रिस्क वाला कदम न उठाएं। परिवार में मौजूद आपके विरोधी फिलहाल कुछ समय तक सिर नहीं उठा पाएंगे। हर जगह आपकी ही बातें होंगी। शाम को घर-परिवार के साथ बाहर निकलेंगे।
राशिरत्न:-मोती
सिंह:-आज आप खान-पान में ज्यादा लापरवाही न बरतें। कामकाज के मामले में दिन सुखद गुजरेगा। कर्ज की चिंता रहेगी। जल्दबाजी में कोई भूल हो सकती है, इसलिए हर काम सोच-समझकर ही करें। अपने प्रेमी के साथ व्यवहार में सावधानी रखें। किसी क्रिएटिव काम के प्रति सजग रहें। बिज़नस में पैसों का लाभ होगा।
राशिरत्न:-माणिक्य
कन्या:- बिज़नस में जोखिम उठाना आज आपके लिए फायदेमंद है। परेशानियां दूर होंगी, लेकिन धीरज से काम लें। अपनी बुद्धि का प्रयोग करके आप वह सबकुछ पा सकते हैं, जिसकी अब तक आपको कमी रही है। किसी संकट में पड़े व्यक्ति की सहायता कर सकें तो अच्छा ही रहेगा।
राशिरत्न:-पन्ना
तुला :-आज का दिन आपके लिए खुशियों से भरा रहेगा। किसी से वाद-विवाद या बहसबाजी में आपकी जीत हो सकती है। बिजनस के सिलसिलें में किसी की सलाह लेने की जरूरत पड़ सकती है। हर नए काम के कानूनी और तकनीकी पहलुओं पर अच्छी तरह से गौर करने के बाद ही कोई नई डील साइन करें। ऑफिस में कोई नया परिवर्तन आपको हैरान कर सकता है। रोमांस के मामले में आगे बढ़ने का दिन है।
राशिरत्न:-हीरा,ओपल
वृश्चिक :- आज आपके ऊपर ढेर सारी जिम्मेदारियां आ सकती हैं। मामला ऑफिस का हो या फिर घर का आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभाने में कामयाब हो जाएंगे। घर के सभी पुराने लटके हुए कामों को पूरा करने का मौका मिलेगा। दिन के दूसरे हिस्से में अपने लवर के साथ घूमने-फिरने का प्लान बनाया जा सकता है। बिजनस में किसी तरह का जोखिम उठाना या सट्टेबाजी का काम करना फायदेमंद नहीं होगा।
राशिरत्न:-मूँगा
धनु:- आज आपका मन दुविधा में फंसा रहेगा, ऐसा गणेशजी कहते हैं। पारिवारिक वातावरण क्लेशपूर्ण रहेगा। निर्धारित कार्यों को पूर्ण न कर पाने से मन में हताशा भी बनी रहेगी। किसी महत्वपूर्ण निर्णय को आज न लेने ।
राशिरत्न:-पुखराज
मकर :- आज प्रातःकाल का प्रारंभ ईश्वर स्मरण के साथ होने से मन प्रफुल्लित रहेगा। धार्मिक रूप से पूजनविधिे भी आप कर पाएंगे। पारिवारिक वातावरण मंगलमय रहेगा। मित्रों, स्नेहीजनों से आपको उपहार प्राप्त होंगे। व्यावसायिक और व्यापार के स्थान पर आपका प्रभाव बना रहेगा। आपके कार्य से उच्च अधिकारीगण भी संतुष्ट होंगे। आपके कार्य आज सरलता से पूर्ण होंगे।
राशिरत्न:-नीलम
कुंभ :-आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन लाभदायी है, परिवार का वातावरण आनंद से भरा रहेगा। मित्रों और परिवारजनों के साथ आनंदपूर्वक समय बीतेगा। प्रवास और पर्यटन का आनंद भी आज आप उठा सकेंगे।
राशिरत्न:-नीलम
मीन:- आज सभी कार्यों में मन को एकाग्र रखें तो फायदा होगा। स्वास्थ्य संभालिएगा। स्वजनों से वियोग का प्रसंग उपस्थित होगा। परिवारजनों के साथ मतभेद रहेगा। मिल रहे लाभ पाने में हानि न हो, इसका भी ध्यान रखिएगा। लेन-देन के मामले में सोच-विचार कर निर्णय लीजिएगा। अकस्मात और गलतफहमी से दूर रहें।
राशिरत्न:-पुखराज
।। आज के दिन का विशेष महत्व ।।
1. आज ग्रीष्मऋतु अधिक ज्येष्ठमाह शुक्लपक्ष तृतीया तिथि शुक्रवार दिन है।
2. आज दोषसंघविनाशक रवियोग है।
।। प्रेरणा दाई चौपाई ।।
मन क्रम बचन अगोचर जोई। दसरथ अजिर बिचर प्रभु सोई।।
अर्थ:-गोस्वामी तुलसीदास जी वर्णन करते हैं कि मन से जिसका ध्यान नहीं किया जा सकता , कर्म के फलस्वरूप जिसकी प्राप्ति नहीं हो सकती, वाणी से जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता ऐसा वह जो अनिवर्चनीय प्रभू है वह महाराज श्री दशरथ जी के आंगन में बालक बन कर खेल रहा है।
।। इति शुभम् ।।
।।आचार्य स्वमी विवेकानन्द।।
।।ज्योतिर्विद व सरस् श्री रामकथा व श्रीमद्भागवत कथा व्यास।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
संपर्क सूत्र-9044741252