राजकुमार राव की मोस्ट अवेडेट फिल्म ‘ओमर्टा’ आज रिलीज हो गई। ‘सिटीलाइट्स’, ‘शाहिद’ और ‘अलीगढ़’ जैसी असल जिंदगी की हकीकत दिखाती यह फिल्म हंसल मेहता के निर्देशन में बनी है। फिल्म एक आतंकवादी उमर सईद शेख (राजकुमार राव) की कहानी है जो ब्रिटेन का नागरिक है और लंदन में रहता है। इससे पहले आपने राजकुमार राव को IAS ऑफिसर के किरदार में देखा है इस बार एक आतंकवादी की भूमिका में देखना चाहते हैं तो एक बार सिनेमाघरों का रुख जरूर करें।
राजकुमार राव की एक्टिंग
राजकुमार राव ने ओमर्टा के किरदार को बखूबी निभाया है। सच कहा जाए तो राव ने आतंकवादी के किरदार में भी अपनी मासूमियत और फेस एक्स्प्रेशन से जान डाल दी है। फिल्म को रियल लोकेशन पर शूट किया गया है जिसकी वजह से फिल्म में वास्तविकता झलकती है। एक्टिंग के मोर्चे पर तो राजकुमार राव कमाल हैं ही हंसल मेहता का साथ मिलते ही उनकी एक्टिंग निखरकर सामने आती है।
फिल्म की कहानी दमदार
फिल्म की कहानी शुरू से अंत तक आपको बांधने का दम रखती है। ‘ओमर्टा’ एक ऐसी फिल्म है जो दर्शकों की एक खास क्लास के लिए है, जिन्हें रियलिटी को स्क्रीन पर देखना पंसद है। आतंकी ठिकानों, उनके छोटे-छोटे भाषणों को शूट करने साथ निर्देशक ने कुछ असली फुटेज का भी इस्तेमाल किया है। जिससे फिल्म कहीं-कहीं डॉक्यूमेंट्री जैसा आभास देती है।
फिल्म का डायरेक्शन
शाहिद और अलीगढ़ की तरह ओमेर्टा में भी हंसल मेहता ने स्क्रिप्ट और निर्देशन की लगाम कसी रखी है और एक घृणित आतंकी की जिंदगी को पर्दे पर उतारा है। फिल्म इस धारणा को तोड़ती है कि गरीबी-अशिक्षा-भूख और अभावों की जिंदगी ही किसी को आतंकवाद की राह पर धकेलती है।
फिल्म के किरदार अपने आप में खास
राजकुमार राव की एक्टिंग से तो आप बखूबी वाकिफ होंगे लेकिन फिल्म के अन्य किरदारों में भी इतनी ग्रैविटी है कि वह आपको अपनी ओर खींच लेंगे। ‘ओमर्टा’ बॉलीवुड में बनी पहली ऐसी फिल्म है जिसमें एक रियल आतंकी की कहानी दिखाई गई है। राजकुमार राव ने फिल्म में अहमद उमर सईद शेख के किरदार को इतने गहराई से पर्दे पर उतारा है, जिसे देखकर कोई भी भारतीय दर्शक इससे नफरत करने लगेगा।
न ग्लैमर का तड़का न आइटम नंबर
ओमर्टा में बेशक थ्रिलर फिल्म जैसा रहस्य या किसी कॉमेडी फिल्म जैसा रस न हो। फिल्म में कोई ग्लैमरस आइटम नंबर भी नहीं है। बावजूद इसके जिस अंदाज में निर्देशक हंसल मेहता ने इसे बयां किया है वह कमाल है। फिल्म में वो बातें हैं, जो हमारे आस-पास घटती है। ऐसे चेहरे हैं, जिन्हें हम दिन-रात देखते हैं। ओमेर्टा के संवाद अंग्रेजी में हैं। इसमें बोस्निया और कश्मीर से लेकर भारत-पाकिस्तान से जुड़े विवादित मसले भी हैं।