जनता ने मुझे मौत के मुंह से वापस खींचा: अजीत जोगी

जन्मदिन के मौके पर रविवार को राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अजीत जोगी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें मौत के मुंह से वापस खींचा है। इसलिए, अब उनका जीवन पत्नी डॉ. रेणु जोगी या बेटा अमित जोगी के लिए नहीं, बल्कि एक-एक पल उन्होंने प्रदेश की जनता को समर्पित कर दिया है। लगभग 50 मिनट के अपने भाषण में जोगी ने कई बार भाजपा और कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया।
जोगी ने भाषण की शुरुआत जीवन के बड़े हादसे से की। उन्होंने कहा कि चार अप्रैल 2004 को उनका जीवन खत्म हो गया था। फेफड़ा दिल और दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। 11 दिन तक मशीन में था। बेहोशी में छह फीट लंबा और सफेद दाढ़ी वाला एक व्यक्ति आया। उसने कहा- जोगी मेरे साथ चल, तेरा समय पूरा हो गया है। दूसरी तरफ, हाथ जोड़कर छत्तीसगढ़ की जनता खड़ी थी, जो निवेदन कर रही थी कि जोगी की हमें जरुरत है। दाढ़ी वाले को लौटना पड़ा। जोगी ने कहा कि उनका जन्म गरीब घर में हुआ। पसिया पिया, नागर जोता, बोझा उठाया, लेकिन आज गरीब नहीं हूं। इंजीनियर, वकील, प्रोफेसर, आईपीएस, आईएएस बना। कोई आईएएस मेरे आगे-पीछे नहीं लगता, क्योंकि मैं 13 साल कलेक्टर रहा। राजनीति की तो विधायक से लेकर सांसद और प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री बना। एक बेटा है, जो विधायक बन गया।
जोगी ने चुटीले अंदाज में कहा, शादी एक ही किया, पत्नी को भी विधायक बना दिया। कोई कमी नहीं है। सरकारी मकान और गाड़ी है। कलेक्टर, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री का पेंशन आता है। चाहता तो खटिया में आराम से सोता। अमित को सिर और रेणु को पैर दबाने के लिए कहता। इसके बाद भी व्हीलचेयर में बैठकर क्यों आया? जोगी ने जनता से पूछा और कहा कि उनका जीवन प्रदेश की जनता के लिए है। उन्हें हर नोनी-बाबू को गरीब से अमीर अजीत जोगी बनाना है।
दिल्ली के एम्स में लालू यादव से की राहुल गांधी ने मुलाकात
एक लबरा यहां, दूसरा दिल्ली में
जोगी ने कहा कि एक लबरा यहां और दूसरो उससे बड़ा लबरा दिल्ली में बैठा है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सरकार बनने पर पांचों साल धान पर 21 सौ स्र्पए समर्थन मूल्य और 300 स्र्पए बोनस देने का वादा किया था। जब देने का मौका आया तो दिल्ली गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूछा कितने का वादा किए हो, तो रमन ने 24 सौ बता दिया। मोदी ने डांटा और कहा-किसानों को इतना बांट दोगे तो मेरे और तुम्हारे लिए क्या बचेगा? जोगी ने कहा कि इसलिए उन्होंने क्षेत्रीय पार्टी बनाई है, जिसे मोदी या राहुल गांधी से पूछना नहीं पड़ेगा। जोगी ने कहा कि चाउर वाले बाबा अब शराब पिलाकर प्रदेश को लूटने की साजिश कर रहे हैं, इसलिए जनता कांग्रेस की सरकार बनाकर यहां के जल, जंगल, जमीन और खनिज को बचाना है।
एक दास्र्वाले बाबा, दूसरे खंडहर वाले बाबा
पूर्व विानसभा उपाध्यक्ष धर्मजीत सिंह ने सभा में कहा कि सरकार 3000 सरकारी स्कूल बंद करके मदिरालय चला रही। प्रदेश में तीन चीजें हावी हैं, सट्टे का चव्वा, दारु का पव्वा, भाजपाइयों का हव्वा। ऐश कर रहे, सरकार में रहकर कैश कर रहे, बोलो तो तैश में आ जाते हैं। सिंह ने कहा कि बाबाओं का दौर है, एक दास्र्वाले बाबा हैं और दूसरे विपक्ष में खंडहर वाले बाबा।
भाजपा-कांग्रेस को दिखाई कार्यकर्ताओं की फौज
जोगी ने पार्टी बनाने के बाद दूसरा बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया। इसके पहले जब उन्होंने राजनांदगांव से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, तब राजानी से सैकड़ों वाहनों का काफिला लेकर गए थे। रविवार को जन्मदिन पर सम्मेलन करके अपने जमीनी कार्यकर्ताओं की फौज भाजपा और कांग्रेस को दिखाई। यह सम्मेलन पन्ना प्रभारियों का था। जोगी ने मतदाता सूची के हर पन्ने के लिए अलग-अलग प्रभारी बनाए हैं, जो जोगी के चुनावी वादों वाले शपथपत्र को 22 हजार गांवों के हर घर तक पहुंचाने का काम करेंगे।
इसके लिए सात मई से सात जुलाई तक हमर संग जोगी अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जोगी को तीसरी शक्ति बताया था, इसका जवाब जोगी ने बड़ा सम्मेलन करके दिया। न केवल भाषण, बल्कि साइंस कॉलेज मैदान को भरकर। इसके पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का कार्यक्रम हुआ था, उसमें भी न उतना बड़ा मंच बना था और उतनी भीड़ दिखी थी, जो जोगी की सभा में देखने को मिली।
जोगी के मुख्य मंच के अगल-बगल दो और मंच बने थे, जिस पर प्रमुख पदाधिकारियों और अब तक घोषित 30 प्रत्याशियों को बैठना था, लेकिन इनके अलावा चार सौ से ज्यादा लोग मंच पर दिखे। पार्टी के नेता रमजीत सिंह को बार-बार मंच खाली करने के लिए बोलना पड़ रहा था। रविवार को राजधानी का तापमान 41 डिग्री था, तेज धूप में दोपहर दो बजे से लोग जोगी को देखने और सुनने के लिए बैठे रहे। शाम छह बजे जोगी मंच पर पहुंचे।
स्टार की तरह की इंट्री
सभा में जोगी ने स्टार की तरह इंट्री की। पटाखों जैसी आवाज आई और रंगीन कागजों के टुकड़े मंच पर उड़ते दिखे। आसमान में गुलाबी गुब्बारे छोड़े गए। ड्रोन से रंगीन कागज और गुलाब की पंखुड़ियां गिराई गईं। मैदान में जय जोगी के नारे लगे। जोगी का भाषण मैदान में बैठा अंतिम व्यक्ति सुन और उन्हें देख सके, इसके लिए दस बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए गए थे। मैदान में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के अलावा पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजीव अग्रवाल, सुब्रत डे, भगवानू नायक, इस्माइल अहमद और अन्य नेताओं की टीम लगाई गई थी, वे सभी वॉकी-टॉकी से लैस थे।
मंच पर थे ये मौजूद
सम्मेलन में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष धर्मजीत सिंह के अलावा, विधायक आरके राय, सियाराम कौशिक, पूर्व विधायकों में चैतराम साहू, तोमन सिंह भेड़िया, परेश बागबाहरा, विधान मिश्रा, चंद्रभान बारमते, हृदयराम राठिया, पूर्व सांसद देवव्रत सिंह व अन्य नेताओं में अनिल टाह, ओमप्रकाश देवांगन, अब्दुल हमीद हयात, रामसिंह अग्रवाल शामिल है।