शिवराज ने पांच संतों से की सेटिंग? नर्मदा घोटाला यात्रा से पहले 5 बाबा बने राज्यमंत्री

मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने कल जिन पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया था उन्हीं में से एक कंप्यूटर बाबा सरकार के खिलाफ ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ निकालने वाले थे, लेकिन सरकार के राज्यमंत्री बनाते ही उनके सुर बदल गए हैं.
कंप्यूटर बाबा ने कुछ समय पहले पोस्टर जारी कर नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने का ऐलान किया था . यह यात्रा 1 अप्रैल से 15 मई तक प्रदेश भर में निकाली जानी थी. लेकिन अब उनका कहना है कि घोटाले की बात का कोई सवाल नहीं उठता, हम जनजागरण करेंगे. आपको बता दें कि इस यात्रा के तहत वृक्षारोपण घोटाला, नर्मदा अवैध खनन, नर्मदा परिक्रमा घोटाला, गौमाता संरक्षण आदि जैसे मामलों को उठाया जाना था.
आपको बता दें कि बाबाओं के नेतृत्व में 28 मार्च को संत समाज के साथ बैठक हुई थी. इसमें फैसला लिया गया था कि प्रदेश के 45 जिलों में 6.5 करोड़ पौधों की गिनती कराई जाएगी और घोटाले को उजागर किया जाएगा. इसी के तहत कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालेंगे.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार ने नर्मदानंदजी, हरिहरानंदजी, कंप्यूटर बाबाजी, भय्यूजी महाराज और योगेंद्र महंतजी को राज्य सरकार में राज्यमंत्री स्तर का दर्जा प्रदान किया है.
कौन हैं कंप्यूटर बाबा: कम्प्यूटर बाबा मध्य प्रदेश के मशहूर संतों में गिने जाते हैं. उनका नाम नामदेवदास त्यागी है. कहा जाता है कि उनका नाम कंप्यूटर बाबा उनके तेज दिमाग, स्मार्ट वर्किंग व कार्यशैली के कारण पड़ा.