श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को लाने में क्यों हो रही है देरी, जानिए दुबई से शव लाने की प्रक्रिया

बॉलीवुड अदाकारा श्रीदेवी का 54 साल की उम्र में दुबई में निधन हो गया। भतीजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने के लिए श्रीदेवी अपने परिवार के साथ दुबई में थीं। शाम तक श्रीदेवी का शव मुंबई लाया जा सकेगा। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं दुबई से उनके शव को लाने की क्या प्रक्रिया है।

दुबई से भारत शव वापस लाने के लिए कई दस्तावेजों की जरूरत होती है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, शव वापसी के लिए मेडिकल रिपोर्ट और डेथ सर्टिफिकेट जरूरी है, जो कि स्थानीय अस्पताल से जारी किया गया हो।
अगर एक्सीडेंटल या अननेचुरल डेथ हो तो पुलिस रिपोर्ट की कॉपी जरूरी है। साथ ही मृतक के किसी परिजन से कंसेंट लेटर भी आवश्यक है जो कि नोटरी से अटेस्टेड हो, पासपोर्ट और वीजा के पन्नों की कॉपी चाहिए। इन दस्तावेजों के अलावा शव पर लेपन का क्लीयरेंस और उसकी व्यवस्था भी जरूरी है।
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शव को भारत लाने के लिए स्थानीय इमीग्रेशन और कस्टम से क्लीयरेंस भी जरूरी होता है। डॉक्टर से सर्टिफिकेट जरूरी है कि मृतक को कोई संक्रामक बीमारी तो नहीं थी, हालांकि अलग-अलग देशों के लिए इस नियम में बदलाव हो सकते हैं।
शव को वापस लाने की प्रक्रिया के दौरान भारतीय दूतावास लगातार मृतक के परिजनों के संपर्क में रहते हैं। अगर कोई उसी देश में शव का अंतिम संस्कार चाहता है तो उसकी प्रक्रिया आसान है। यही वजह है कि दुबई में लंबी प्रक्रिया के चलते श्रीदेवी के शव को भारत लाने में देरी हो रही है।





