समाज को अलग हटकर फिल्म देने वाले आर बाल्की ने महिलाओं के मुद्दे को खूब भुनाने की कोशिश की है। इसमें कोई दो राय नहीं कि मासिक धर्म को लेकर समाज में जितने भी टैबू हैं उनसे पार पाने के लिए यह आज के दौर की सबसे जरूरी फिल्म है, मगर कई जगहों पर बाल्की भावनाओं में बहते नजर आए हैं। एक बात जो फिल्म देखने के दौरान समझ नहीं आती कि बाल्की ने फिल्म के लिए मध्यप्रदेश को क्यों चुना है। अगर वो साउथ के बैकग्राउंड पर भी बनाई जाती तो उसका मर्म उतना ही रहता। फिल्म में सोनम कपूर और राधिका आप्टे की एक्टिंग भी बहुत रीयल है। अक्षय कुमार फिल्म का सबसे मजबूत पहलू हैं। उन्होंने पैडमैन के किरदार के हर रंग को दिल से जिया है। अमित त्रिवेदी के संगीत में ‘पैडमैन पैडमैन’, ‘हूबहू’, ‘आज से मेरा हो गया’ जैसे गाने फिल्म की रिलीज से पहले ही हिट हो चुके हैं।