काबुल हमले के बाद बढ़े दबाव पर पाक ने कहा- अमेरिका का रवैया समझ से बाहर

इस्लामाबाद। काबुल हमले के बाद से पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अमेरिका के दबाव बढ़ गए हैं। बता दें कि, इसी सप्ताह काबुल के एक होटल में हुए आतंकी हमले में करीब 22 लोगों की जानें चली गईं थी, जिसके बाद अफगानिस्तान ने पाक आधारित आतंकी समूह हक्कानी नेटवर्क पर आरोप लगाया था। अफगानिस्तान की सरकार जावेद फैसल ने जल्दबाजी में हमले का आरोप पाकिस्तान आधारित आतंकी समूह पर लगा दिया था। हालांकि बाद में तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली थी। काबुल हमले के बाद बढ़े दबाव पर पाक ने कहा- अमेरिका का रवैया समझ से बाहर

‘अमेरिका का रवैया समझ के बाहर’

विदेश सचिव तहमानिया जनूजा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हक्कानी नेटवर्क अब पाकिस्तान में सक्रिय नहीं है। वास्तव में पाकिस्तान के दुश्मन अब अफगानिस्तान में पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। जनूजा ने कहा, चूंकि पाकिस्तान ने अब तक आतंक के खिलाफ लड़ाई में अन्य देशों से ज्यादा कुर्बानियां दी है इसलिए उन्होंने अमेरिका के आक्रामक रवैये को समझ के बाहर बताया।

‘पाकिस्तान पर लगे आरोप निराधार’

आपको बता दें कि, इससे पहले अमेरिका ने फिलहाल कुछ समय के लिए पाकिस्तान को दिए जाने वाले सुरक्षा सहयोग के निलंबन की घोषणा की थी। साथ ही अमेरिका ने यह भी कहा था कि अगर पाकिस्तान फिर से सुरक्षा सहयोग वापस पाना चाहता है तो उसे हक्कानी नंटवर्क और तालिबान जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी। पाक विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काबुल हमले के बाद वाशिंगटन की तरफ से कई बार संपर्क किया गया है जिसमें पाकिस्तान में छुपे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव दिया जा रहा है।

एक अधिकारी ने बताया कि काबुल हमले के बाद वाशिंगटन हक्कानी नेटवर्क पर अपने दावों को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, हम किसी को आश्रय नहीं दे रहे हैं, अफगानिस्तान के सारे आरोप निराधार हैं, खासकर ऐसे में जब वे बिना किसी जांच के नतीजे पर पहुंच जाते हैं। वाशिंगटन में अपने समकक्ष से टेलीफोनिक वार्ता में जनूजा ने ये बातें कहीं।  

‘किसी भी हमले के लिए पाक पर आरोप मढ़ना अफगानिस्तान की आदत’

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अमेरिका, पाकिस्तान पर हक्कानी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिक दबाव डाल रहा है। “वास्तव में वे अफगानिस्तान की तरफ से इस तरह के दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, काबुल से सीधा संपर्क कर कहा है कि हम मदद के लिए तैयार हैं लेकिन उन पर लगाया गया आरोप काम नहीं करेगा।

जनूजा ने आगे कहा, “अफगानिस्तान ने अपने यहां हुए हर आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों पर आरोप लगाने की आदत डाल दी है। यह तर्कपूर्ण नहीं है। इससे केवल पाक-अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ेंगे।” काबुल हमले की घटना के बाद पाक विदेशी मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने पाकिस्तान पर लगाए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमले की विश्वसनीय जांच की जानी चाहिए तभी किसी नतीजे पर पहुंचने चाहिए। 

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