माँ के साथ मिलकर राहुल गाँधी ने नए साल पर किया कारनामा, राजनाथ सिंह ने दिया मुहतोड़ जवाब

नई दिल्ली : चुनाव के वक़्त वोट लेने के लालच और सत्ता हथियाने के लिए हमारे देश के नेता पूरा ज़ोर लगा देते हैं, जैसा की गुजरात चुनाव में देखा गया कांग्रेस पार्टी के राहुल गाँधी 27 मंदिरों के भ्रमण पर निकले. लेकिन चुनाव हारने के बाद कौन किस तरह से देशभक्ति दिखा रहा है साफ़ नज़र आ जाता है. नए साल का जश्न मनाने और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बनने की ख़ुशी मनाने के लिए राहुल गाँधी अपनी पहली अवकाश यात्रा पर निकल पड़े हैं.
नए साल का जश्न मनाने राहुल पहुंचे सोनिया गाँधी के पांच सितारा रिसोर्ट
अभी मिल रही बड़ी खबर के मुताबिक शनिवार की देर रात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ नए साल का जश्न मनाने के लिए गोवा पहुंच गए हैं. पार्टी के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि नव नियुक्त पार्टी अध्यक्ष शनिवार देर रात गोवा पहुंचे और अगले हफ्ते तक यहीं रहने की संभावना है. कांग्रेस के अधिकारी ने कहा “राहुल गांधी एक निजी उड़ान से पहुंचे, वह दक्षिण गोवा में मां के पास लीला गोवा पहुंचे, जहां वे एक-साथ नए साल का जश्न मनाएंगे”.
आपको बता दें सोनिया गाँधी गोवा में पांच सितारा आलिशान रिसोर्ट में ऐश की रिटायरमेंट वाली ज़िन्दगी जी रही हैं. दिवंगत कांग्रेस नेता विलासराव देशमुख के बेटे और अभिनेता रितेश देशमुख ने हाल ही में सोशल मीडिया पर पांच सितारा रिजॉर्ट में सोनिया गांधी की साइकिल चलाते हुए तस्वीर साझा की थी, जो वायरल हुई थी.
राजनाथ सिंह पहुंचे सरहद ITBP जवानों के बीच
वहीँ दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह नए साल का जश्न मनाने के लिए ITBP जवानों के पास सीमा पर जा रहे हैं. राजनाथ सिंह भारत-चीन सरहद पर उस जगह जश्न मनाएंगे जहां से चीन की सरहद कुछ ही दूरी पर मौजूद है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह 31 तारीख को उत्तरकाशी के मातली पहुंचेंगे जहां वो रात में रुक कर, सुबह 1 जनवरी 2018 को भारत-चीन सरहद पर मौजूद आईटीबीपी के जवानों से रूबरू होंगे साथ ही जवानों का हौसला अफ़ज़ाई करेंगे.
ये बहुत शर्मनाक है कि चुनाव के वक़्त तो ये लोग बड़ी संस्कारी , देशभक्ति की बातें करते हुए नज़र आते हैं लेकिन चुनाव ख़त्म होते ही देश के उन जवानों को भूल जाते हैं जो कड़ाके की ठण्ड में, दुर्गम स्थानों पर अपनी जान हथेली पर रखकर, अपने घर परिवारों से दूर रहकर देश की रक्षा में लगे रहते हैं. जवानों नए साल का जश्न अपने घर परिवार के साथ नहीं मना पाते हैं, लेकिन क्या ऐसे वक़्त में राजनेताओं का फर्ज नहीं बनता कि वे जवानों के साथ कंधे से कन्धा मिलकर खड़े रहे.
इससे पहले भी आपको बता दें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इसी साल दीपावली के मौके पर उत्तराखंड के माणा बॉर्डर आउट पोस्ट पर जाकर जवानों के साथ तो मिले ही थे साथ ही बाराहोती के उस इलाके में भी गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे थे, जो 15000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है. राजनाथ सिंह लपथल और रिमखिम पोस्ट पर जवानों के साथ मुलाकात की थी.
तो वहीँ देश के प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री भी दीपावली पर जवानों के बीच पहुंचे थे और उनके बीच में रहकर त्यौहार मनाया था.





