साहिब में सियासी स्टेज पर लगी पाबंदी, ‘आप’ के बाद शिअद-कांग्रेस भी पीछे हटी

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने फरमान जारी किया है कि फतेहगढ़ साहिब में 27 दिसंबर को होने वाले शहीदी समागम में सियासी दलों को स्टेज नहीं लगाने दी जाएगी। उन्होंने कहा है कि सिख धर्म व सिख इतिहास पर सियासत करने वालों को कहीं भी धार्मिक स्थल पर मंच नहीं दिया जाएगा।
जत्थेदार ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह, साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह से जुड़ी फतेहगढ़ साहिब की धरती सिख कौम के लिए अहम स्थान रखती है। विंडबना यह है कि इस धरती पर होने वाले शहीदी समागम में सियासी दल हमेशा मंच लगाकर एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने से बाज नहीं आते। 

गुरिंदर की भूख हड़ताल रंग लाई
शहीदी समागम में अलग-अलग सियासी दल स्टेज लगाकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते हैं। इसके विरोध में जालंधर के गांव जमशेर निवासी गुरिंदर पाल सिंह पिछले कई दिन से भूख हड़ताल पर हैं। मामले ने तूल पकड़ा तो बात जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह के पास पहुंची। उन्होंने तत्काल फरमान जारी करते हुए सियासी कांफ्रेंस पर रोक लगा दी। 

आप के बाद शिअद और कांग्रेस भी पीछे हटी
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह के फरमान के बाद शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस ने शहीदी जोड़ मेले में इस बार सियासी कांफ्रेंस न करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी पहले ही वहां कांफ्रेंस करने से इनकार कर चुकी है। 

 

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