खुलासा: इस बड़ी वजह से कांग्रेस पर भारी पड़ी बीजेपी…

सौराष्ट्र में पाटीदार आंदोलन के चलते भाजपा को सीधे 8 सीट का नुकसान उठाना पड़ा है, जबकि उत्तर गुजरात में बाढ़ के दौरान कांग्रेस विधायकों के बेंगलुरु जाने से नाराज मतदाताओं ने भाजपा पर भरोसा जताया है।
मध्य व दक्षिण गुजरात में महज दो से तीन सीट का उलटफेर हुआ है। कांग्रेस के जीतूभाई चौधरी 93000 मत लेकर कपराडा सीट से जीत हासिल कर इस चुनाव के भाग्यशाली प्रत्याशी रहे। उनके विरोध में खड़े भाजपा के माधूभाई राउत को 92830 मत मिले।
हार से बाल-बाल बचे-
शिक्षामंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा धोलकासीट पर 327 मत से जीत दर्ज कर दूसरे लकी उम्मीदवार रहे, जबकि पूर्व उद्योग मंत्री सौरभ पटेल भी बोटाद से 906 मतों से जीत दर्ज कर भाग्यशाली रहे। कांग्रेस से भाजपा में आए विधायकों में सीके राउलजी गोधरा भी 258 मतों से जीतकर इस लकी क्लब के सदस्य बने हैं।
नई नवेली दुल्हन ने पति के विदेश जाते ही उठाया ऐसा कदम, पढ़कर खड़े हो जाएंगे आपके भी रोंगटे
इनके अलावा लूनावाडा के निर्दलीय रतन सिंह 3200 मतों से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे, जबकि वडगाम से कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवाणी 19696 मतों से जीतने में कामयाब रहे। जदयू के पूर्व विधायक छोटू वसावा करीब 49 हजार मतों से विजयी बने जबकि भाजपा के युवा विधायक हर्ष संघवी ने सूरत की मजूरा सीट 85827 से जीतकर रिकार्ड बनाया।
भाजपा ने 16 सीटों पर पांच हजार से कम मतों से जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस लगभग इतने ही अंतर से 13 सीटों पर जीती। कांग्रेस ने एक दर्जन सीट दस हजार से कम मतों से जीती हैं।